देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पटियाला हाउस अदालत ने आज 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।  कन्हैया की पांच दिन की पुलिस हिरासत अवधि आज समाप्त हो रही थी। लिहाजा उसे अदालत में पेशी के लिए लाया गया था । लेकिन इसी बीच वहां मौजूद वकीलों के दो गुटों के बीच भारी हंगामा हो गया। कन्हैया के साथ भी धक्का मुक्की करने की कोशिश की गई, लेकिन सुरक्षाकर्मी उसे बचाकर अदंर ले गए। 

 
अदालत परिसर के अदंर और बाहर हंगामे की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उच्चतम न्यायालय ने कन्हैया की सुनवाई तुरंत रोक देने के निर्देश दिए और इसी बीच पटियाला हाउस अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया , क्योंकि न तो पुलिस ने उसकी हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग की थी और न ही कन्हैया की ओर से जमानत की अर्जी दी गई थी।  छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया को 09 फरवरी को जेएनयू परिसर मे आयोजित एक कार्यक्रम के सिलसिले में देशद्रोह के आरोप में 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। इस कार्यक्रम में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के समर्थन में और देश के खिलाफ नारे लगाए गए थे। कन्हैया को अदालत ने पहले तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। सोमवार को उसकी हिरासत अवधि दो दिन के लिए और बढ़ा दी गई थी।

 
कन्हैया को आज पटियाला हाउस अदालत में लाए जाने के दौरान वकीलों के हंगामें के कारण हालात बेकाबू हो गए। वहां मौजूद कुछ वकीलों ने आज भी पत्रकारों के साथ बदसलूकी की । हालात बिगड़ने की सूचना मिलते ही उच्चतम न्यायालय ने अपने वरीष्ठ वकीलों की एक टीम वहां भेजी। टीम ने अपनी रिपोर्ट में न्यायालय को बताया कि अदालत में आरोपी की सुरक्षा को गंभीर खतरा है और आतंक का माहौल है।

By Editor