पीएम मोदी के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज के ऐलान के बाद देश के उन लोगों को जिनकी थालियों से रोटिया छिन गयी हैं उन्हें क्या मिला, इसकी जानकारी के लिए छह दिन इंतजार करना होगा.

पीएम मोदी द्वारा ऐलान के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने आज वित्तीय प्रोत्साहन (Fiscal Stimulus May 2020) पैकेज का ऐलान कर दिया है. वित्त मंत्री ने बताया कि अगले कुछ दिन में चरणबद्ध तरीके से पूरे पैकेज का ऐलान किया जाएगा.

युवा कांग्रेस के बिहार ईकाई के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि राहुल गांधी जी के नेतृत्व में विपक्ष के महत्वपूर्ण सुझाव के बाद प्रधानमंत्री का पैकेज घोंषणा करना बेहतर कदम। फिर भी प्रधानमंत्री का अपारदर्शी घोषणा बहुत बड़ा भ्रम पैदा करता है । बजट 2019-20 के अनुसार देश का कुल बजट ही जब 27.86लाख करोड़ का है, उसमें से 20 लाख करोड़ का पैकेज देना बहुत बड़ा भ्रम फैलाता है। भारत के प्रधानमंत्री से देश की जनता पारदर्शिता की अपेक्षा रखती है। अपारदर्शी घोषणाओं से जनता को भरमाना प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देता।उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के इस महाआपदा काल में भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 130 करोड़ जनता के मन मस्तिष्क के साथ खेलने का काम कर रहें हैं। इस भीषण आपातकालीन परिस्थिति में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों-मजदूरों तथा कोरोना के आपदा के शिकार कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा। और न ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यह स्पष्ट किया है कि गरीबों, प्रवासी मजदूरों, अंसगठित रूप से काम करने वाले करोड़ों लोगों को क्या मिलकेगा.ललन कुमार ने कहा कि जब तक 35 करोड़ असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए पैकेज की घोषणा नहीं होगा तब तक आम लोगों को इस पैकेज में सिर्फ छलावा ही दिखेगा.

ललन कुमार ने पूछा असंगठित क्षेत्र, प्रवासी मजदूरों, दिहाड़ी करने वालों को क्या मिला?

मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया था. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि यह पैकेज भारत के कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP of India) का करीब 10 फीसदी है.

6 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान
केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में आज 6 लाख करोड़ रुपये का ऐलान किया है. इस रकम का केवल 6 फीसदी हिस्सा सरकार द्वारा प्रोत्साहन का है. अन्य रकम लोन, लिक्विडिटी और गारंटी के तौर पर होंगे.

आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज के बंटवारे का ऐलान तो कर दिया लेकिन इसमें गरीबों, मजदूरों, प्रवासी मजदूरों, अंसगठित क्षेत्र में काम करने वालों के लिए क्या राहत है इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है. इस घोषणा के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिद्म्बरम ने कहा भी है कि इन घोषणाओं में प्रवासी मजदूरों के लिए कुछ नहीं है.

वैसे सरकार ने जो घोषणा की है उसके अनुसार 25 प्रतिशत टीडिएस में कटौती से जनसाधारण को लाभ मिलेगा. चीजें सस्ती होंगी. इसके बाद देखें तो सारे फायदा, छोटे, मझोले, बड़े उद्योगों को मिलेंगे. इन उद्योगों को मिलने वाले लाभ से आम लोगों को कितनी राहत मिलेगी यह तो समय बतायेगा.

By Editor