भारत के तमाम डाकखाने कोर बैंकिंग से जुड़ जायेंगे और इसकी अपनी एटीएम मशीनें गांव-गांव में नजर आयेगी
केंद्रसरकार ने इसके लिए अप्रैल 2014 तक की समय सीमा तय की है.

संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्ययमंत्री डॉ.किल्ली क्रुपारानी ने लोकसभा में बताया कि डाक विभाग सभी विभागीय डाकघरों में चरणबद्ध तरीके से कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सी.बी.एस) का कार्यान्वलयन कर रहा है.

माना जा रहा है कि अगर सभी डाकखाने कोर बैंकिग से जुड़ गये तो इसका सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के निम्न आय वर्ग के लोगों को होगा.ऐसे में मनी आर्डर की पारम्परिक व्यस्था बीते दिनों की बात हो सकती है.

देश के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी दूरदराज से पैसे भेजने के लिए मनीआर्डर का खूब इस्तेमाल किया जाता है.

सरकार का यह भी लक्ष्य है कि सीबीएस के कार्यान्वमयन के उपरांत डाकघरों में एटीएम (स्वकचालित गणक यंत्र) बैंकिंग, इं‍टरनेट बैंकिंग, फोन बैंकिंग तथा मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधायें प्रदान की जा सकेंगी.

क्रुपारानी यह भी बताया कि सभी विभागीय डाकघरों में कोर बैंकिंग सोल्यूसशन (सीबीएस) के कार्यान्वसयन हेतु अंनतिम समय सीमा अप्रैल, 2014 निर्धारित की गई है.

किल्लीक क्रुपारानी ने कहा सात सर्किलों (असम, कर्नाटक, महाराष्ट्रत, राजस्थाुन, तमिलनाडु, उत्त,रप्रदेश तथा दिल्ली्) के 122 डाकघरों को शुरू में पायलट चरण में कवर किया जाना है.

भारतीय डाक विश्व की सर्वाधिक बड़े नेटवर्कों में से एक है.

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