2024 पर नजर : तेजस्वी से मिले शिव सेना नेता आदित्य ठाकरे

जो सुशील मोदी कल तक कह रहे थे कि विपक्षी एकता को लेकर लालू-नीतीश ठंडे पड़ गए, वे परेशान हैं। सांसदों के साथ आदित्य ठाकरे मुंबई से पटना पहुंचे।

शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे बुधवार को मुंबई से पटना पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की। उनके साथ शिव सेना के कई सांसद भी हैं। ठाकरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिल सकते हैं।

भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी हाल मेंं विपक्षी एकता पर कई बार तंज कस चुके हैं। उन्होंने कहा था कि देश में भाजपा के खिलाफ मोर्चेबंदी ठंडी पड़ गई है। लालू प्रसाद और नीतीश कुमार विपक्षी एकता की उम्मीद छोड़ चुके हैं आदि-आदि। लेकिन आज आदित्य ठाकरे के पटना पहुंचने तथा तेजस्वी यादव से मुलकात के बाद फिर से सियासी चर्चा तेज हो गई है।

यह माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के मिलने की वजह तात्कालिक नहीं है, बल्कि 2024 को ध्यान में रखकर विपक्षी एकता की दिशा में है। शिव सेना और राजद दोनों ही किसी तीसरे मोर्चे की लकालत करने वाले दल नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस सहित तमाम गैर भाजपा दलों की एकता के हिमायती है। नीतीश कुमार कह चुके हैं कि वे थर्ड फ्रंट नहीं, फर्स्ट फ्रंट बनाने के पक्षधर हैं।

आदित्य ठाकरे हाल में राहुल गांधी के साथ भोरत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुए थे। वे अन्य विपक्षी नेताओं से लगातार मिल रहे हैं। आदित्य और तेजस्वी दोनों के मिलने से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।

महाराष्ट्र में जिस तरह भाजपा ने शिव सेना को तोड़ा और गठबंधन सरकार को हटा कर कुर्सी पकड़ ली, उसका जवाब शिव सेना हर स्तर पर देना चाहती है। महाराष्ट्र की जमीन पर असली शिव सेना साबित करने की लड़ाई है। फिलहाल इसमें उद्धव ठाकरे आगे हैं। जमीनी कार्यकर्ता उद्धव के साथ ही हैं। शिव सेना भाजपा को 2024 में सत्ता से बाहर करके उसे सबक सिखाना चाहेगी।

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