हर छात्र अपने में प्रतिभाशाली होता है जरूत है उसे निखारने की. प्लाजमा कम्पिटेटिव एज ने ऐसे ही छात्रों को निखारा है नतीजतन उसके 22 छात्र देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के लिए चयनित हुए हैं.

नौकरशाही ब्यूरो

प्लाजमा की सफल छात्रायें
प्लाजमा की सफल छात्रायें

दिल्ली के जामियानगर के प्लाजमा कम्पिटेटिव एज के छात्रों ने लीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याल समेत अने शैक्षिणिक संस्थानों में कामयाब हुए हैं. प्लाजमा कम्पिटेटिव एज के निदेशक रिजवान खान ने बताया कि उनके संस्थान के 15 छात्रों का चयन जामिया मास मीडिया में हुआ है जबकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंग्लिश आनर्स कोर्स के लिए पांच छात्रों का चयन हुआ. इसी तरह अलीगढ़ विश्विद्यालय के एमबीए कोर्स के लिए दो छात्र कामयाब हुए हैं.

प्लाजमा कम्पिटेटिव एज विगत तीन वर्षों से विभिन्न प्रोफेशनल कोर्सेज में दाखिला के लिए तैयारी कराता है. इन तीन वर्षों में सैकड़ों छात्रों का चयन अनेक विश्वविद्यालयों में हुआ है.
निदेशक रिजवान खान कहते हैं कि संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए विशेष तैयारी कराता है. इसके लिए डॉक्टर क्यू एच खान बैच में अनेक छात्रों को सौ फीसदी स्कॉलरशिप दी जाती है. इस बैच से सबा नफीस और सदफ खान का चयन ईटीई कोर्स में हुआ है.

स्कॉलरशिप भी

इसी तरह एक अन्य छात्र तबारक को पचास फीसदी स्कॉलरशिप दी गयी और उनका भी चयन हो गया.रिजवान खान अनेक वर्षों तक मीडिया से जुड़े रहे.वह कहते हैं सालों पहले मीडिया की नोकरी छोड़ कर तालीम के मैदान में कुछ करने आया था. बच्चों के मुस्तक़बिल को सँवारने की क़सम खायी थी.उस वक़्त कुछ लोगों ने तंज़ भी किया था.लेकिन अब हमारी मेहनत रंग ला रही है.

रिजवान खान अपने पिता व विख्यात सामाज सेवी और चिकित्सक क्यू एच खान की प्रेरणा से शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय हैं. अपने पिता के योगदान को याद करते हुए रिजवान बताते हैं- मेरे पिताजी का ख्वाब था कि तालीम घर घर तक पहुँचाओ और तालीम की रौशनी से समाज के ऊंच नीच के अंधेरों को खत्म करो. रिजवान तब से इस मिशन में जुटे हैं.

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