आस मोहम्मद को मिले 25 लाख, थाने में जाकर कर रख दिया

जहां सौ-दो सौ रुपए के लिए लोग झूठ बोलते हैं, ठग से साइबर फ्रॉड तक सक्रिय हैं, वहीं ई-रिक्शाचालक आस मोहम्मद ने कायम की ईमानदारी की मिसाल।

जहां पग-पग पर ठग बैठे हैं, साइबर फ्रॉड सक्रिय हैं, वहीं यूपी के एक रिक्शाचालक आस मोहम्मद ने ईमानदारी की मिसाल कायम कर दी। उन्हें एक बैग मिला। उन्होंने थोड़ी देर इंतजार किया कि जिसका बैग है, वह वापस लेने आए, लेकिन कोई नहीं आया। इसके बाद उन्होंने बैग को खोल कर देखा कि कहीं बैग वाले का कोई पता-ठिकाना मिल जाए या फोन नंबर मिल जाए। लेकिन उसमें तो रुपए ही रुपए थे। कुल 23 लाख रुपए। उनके मन में रत्ती भर भी लालच नहीं आया और उन्होंने थाने पहुंच कर रुपयों से भरा थैला जा कर जस का तस रख दिया। मामला गाजियाबाद के मोदी नगर का है।

ई-रिक्शाचालक आस मोहम्मद की इस ईमानदारी की बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस के बड़े अधिकारी भी पहुंचे। उन्होंने भी आस मोहम्मद की ईमानदारी की सराहना की और बाजाप्ता प्रशंसा-पत्र दिया। पुलिस ने आस मोहम्मद को सम्मानित करते हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की।

पत्रकार सचिन गुप्ता ने आस मोहम्मद को सम्मानित करते पुलिस पदाधिकारी की तस्वीर शेयर की है। आस मोहम्मद यूपी के गाजियाबाद में ई-रिक्शा चलाते हैं। सचिन गुप्ता ने लिखा-UP : ये हैं आस मोहम्मद। ई रिक्शा चलाते हैं। आज इन्हें गाजियाबाद के मोदीनगर में एक बैग पड़ा मिला। उसके अंदर 25 लाख रुपए थे। आस मोहम्मद ने ये पैसा थाने जाकर पुलिस को दे दिया। पुलिस ने आस मोहम्मद को सम्मानित किया है। पैसा किसका है, ये अभी पता नहीं चल पाया।

एक अन्य पत्रकार लोकेश राय ने लिखा-गुरबत में भी 25 लाख की रकम जिसके ईमान को नही डिगा पाई वही असली ईमानदार है,ये ई रिक्शा आस मोहम्मद है, नहर किनारे संदिग्ध बैग दिखा, खोला तो कैश था, बैग लेकर थाने पहुँच रकम पुलिस को जमा करा दिया। ये यकीनन ईमानदारी की मिसाल है। कई अन्य लोगों ने कहा कि आस मोहम्मद मिसाल हैं और उनसे सबको प्रेरणा लेनी चाहिए।

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By Editor