आत्महत्या पर PM ने सुनाया चुटकुला, राजद-कांग्रेस का बड़ा हमला

आत्महत्या पर PM ने सुनाया चुटकुला, राजद-कांग्रेस का बड़ा हमला

टीवी चैनल का वीडियो क्लिप वायरल है, जिसमें पीएम मोदी आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुटकुला सुना रहे हैं। ठहाके भी लग रहे। राहुल गांधी ने पीएम को घेरा।

सोशल मीडिया में टीवी चैनल का एक वीडियो क्लिप वायरल है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुटकुला सुना रहे हैं। चुटकुला समाप्त होने पर लोग ठहाके भी लगा रहे हैं। कांग्रेस, राजद सहित अनेक दलों और विभिन्न वर्ग के लोगों ने इस पर रोष जताया है। पहले आप भी देखिए वीडियो क्लिप-

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के चुटकुले पर उन्हें घेरते हुए कहा-हज़ारों परिवार आत्महत्या के कारण अपने बच्चों को खोते हैं। प्रधानमंत्री को उनका मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए! राहुल गांधी के इस ट्वीट को पांच घंटे में 11 लाख लोगों ने देखा है। सैकड़ों लोगों ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए कहा-प्रधानमंत्री जी ‘आत्महत्या’ पर ‘चुटकुला’ सुना रहे हैं। आत्महत्या को लेकर कोई भी इंसान इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है? सरकारी आंकड़े बताते हैं- 2021 में 1.64 लाख से ज्यादा भारतीयों ने खुदकुशी की। हमारे देश में हर रोज 450 लोग आत्महत्या करने को मज़बूर हैं और प्रधानमंत्री के लिए यह ‘चुटकुला’ है। न जाने कितना…।

प्रियंका गांधी ने कहा युवाओं में तनाव और इसके कारण आत्महत्या हंसने की बात नहीं है। NCRB के अनुसार वर्ष 2021 में 164033 भारतीयों ने आत्महत्या की। इनमें बड़ी संख्या उन लोगों की है, जिनकी उम्र 30 वर्ष से कम है। यह त्रासदी है, कोई मजाक या चुटकुला नहीं। प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री के चुटकुले पर जो लोग हंस रहे हैं, उन्हें खुद को मानसिक रोगों, परेशानी के प्रति जागरूक करना चाहिए न कि इस प्रकार असंवेदनशील ढंग से पेश आना चाहिए।

राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा-रुग्णता तो दिखती है जब देश के प्रधानमन्त्री ‘आत्महत्या’ जैसे संवेदनशील मसले पर चुटकुला सुनाते हैं लेकिन उससे भी ज्यादा भयावह है चुटकुले के बाद की तालियाँ और अट्टहास. हम बहुत ही बीमार समाज हो गए हैं…..जय हिन्द। राजद ने प्रधानमंत्री के चुटकुले वाले वीडियो को शेयर करते हुए कहा-जो नोटबन्दी के हाहाकार में त्राहिमाम करते गरीब नागरिकों की विवशता और असहायता पर पेट पकड़कर हँस सकता है उससे संवेदशीलता की कैसी अपेक्षा?

लालू से मिले अखिलेश, महल बनाने के दौर में सादगी की चर्चा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*