ओवैसी की बिहार में धमाकेदार एंट्री, आते ही कर लिया गठबंधन

AIMIM (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बिहार की सियासी ज़मीन पर धमाकेदार एंट्री की है, उन्होंने पटना आते ही समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक के साथ गठबंधन कर लिया है.

बता दें कि आज बिहार चुनावों को देखते हुए असदुद्दीन ओवैसी के पटना दौरे पर समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक (SJDD) नेता देवेंद्र प्रसाद यादव (Devendra Prasad Yadav) मौजूदगी में दोनों पार्टियों ने गठबंधन का ऐलान कर दिया है. देवेंद्र यादव पूर्व सांसद है और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। इस गठबंधन के बाद बिहार के तमाम सियासी पार्टियों के कान खड़े हो गए है. माना जा रहा है कि बिहार की कुल जनसँख्या का लगभग 18 % मुस्लिम आबादी है और यहाँ ओवैसी की भारी लहर है. जिससे सेक्युलर राजनीति करने वाली कांग्रेस और राजद को नुक्सान होना तय है.

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यह भी जान लें की इस बात की सम्भावना जताई जा रही है कि पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा की यूनाइटेड डेमोक्रेटिक अलायन्स (UDA) के साथ मिल चुके कई दल अब ओवैसी के साथ हाथ मिला सकते है. बताया जा रहा है कि UDA में फिलहाल 19 दल शामिल है तो यह पार्टयों की सख्या के हिसाब से बिहार में सबसे बड़ा गठबंधन है. इसके बाद राजद, कांग्रेस और क्षेत्रीय पार्टियों वाला महागठबंधन और भाजपा, जदयू और लोजपा जैसे घटक दलों वाला NDA (National Democratic Alliance) है.

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असदुद्दीन ओवैसी ने आज एक प्रेस वार्ता कर लग रहे आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग यह कह रहे कि ओवैसी भाजपा की टीम बी है. उनसे पूछना चाहिए कि जब हम नहीं थे तब भाजपा कैसे जीत जाती थी. बीजेपी अगर जीत रही है तो उसकी जिम्मेदार राजद है. हैदराबाद में मैंने बीजेपी को हराया, महारष्ट्र में शिवसेना को हराया और किशनगंज में कांग्रेस को हराया। लोक सभा में राजद ने कितनी सीटें जीती है ? सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में अब महागठबंधन नहीं रहा.

ओवैसी ने कहा कि हमारा पुराना रिकॉर्ड बताता है की हम किसी से नहीं डरते। हम बिहार चुनाव लड़ेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि बिहार चुनाव के लिए एआईएमआईएम और समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक के बीच गठबंधन तय हुआ है. यूडीएसए गठबंधन पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा. ऐसी पार्टियां जो साम्प्रदायिकता के खिलाफ लड़ना चाहते हैं हम उनका स्वागत करेंगे. जान लें कि बिहार में यादव और मुस्लिम आरजेडी का प्रमुख वोट बैंक माना जाता है, ऐसे में एआईएमआईएम और एसजेडीडी के साथ आने से आरजेडी के वोट बैंक में सेंधमारी हो सकती है.

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान जल्दी ही हो सकता है. चुनावो को मद्देनज़र रखते हुए एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी अपनी पार्टी का प्रभुत्व बढ़ाने में लगे है. जिससे बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की चिंता बढ़ गयी है.

बता दें कि AIMIM पहले ही बिहार विधानसभा चुना 2020 में 50 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है. पार्टी ने सितंबर महीने में बिहार चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान भी कर दिया था.

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असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस आज शिवसेना की गोद में बैठी है. कांग्रेस खुद को धर्मनिरपेक्षता का ठेकेदार समझती है. कांग्रेस की सोच सामंती है. कांग्रेस की गलत नीतियों का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

By Editor