AK – 47 की गोलियों की गूंज एक बार फिर बिहार में आज सुनने को मिली जब, बाइक सवार बेखौफ अपराधियों ने मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके एक सहयोगी को शहर के बनारस बैंक चौक के पास सरेशाम AK-47 से भून डाला. इसके बाद मौके पर ही उनकी मौत हो गयी, जिससे पूरे इलाके में अफरा तफरी का माहौल बन गया. बताया जाता है कि समीर कुमार अपनी पत्नी की गाड़ी से घर लौट रहे थे. तभी बनारस बैंक चौक के पास AK-47 से लैस अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. 

नौकरशाही डेस्क

बता दें कि दो दशक पहले भी छोटन शुक्ला हत्या कांड कुछ इसी तरह हुआ था. मिल रही जानकारी के अनुसार, समीर कुमार का शव पहचान में नहीं आ रहा था. उनकी गर्दन और चेहरे पर 20 से ज्यादा गोलियां दागी गई. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया है. साथ ही मामले की जांच जारी है. घटना के बाद मौके पा बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.

ये जघन्य हत्या 1994 में छोटन शुक्ला हत्याकांड की याद दिलाता है. दिसंबर की शाम छोटन शुक्ला जब दरभंगा की ओर से शहर में घुस रहे थे तो फ्लाईओवर के पास उनकी एंबेसेडर कार को AK-47 से छलनी कर दिया गया था.

 

 

 

 

 

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