अखिलेश व आजम का LS से इस्तीफा, अब आमने-सामने मुकाबला

आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। वे आजमगढ़ से लोस सदस्य थे। अब यूपी की राजनीति में होगा आमने-सामने का मुकाबला।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आज लोकसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा। आज ही सपा सांसद आजम खान ने भी लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अब माना जा रहा है कि अखिलेश यादव यूपी में योगी राज का सामने से मुकाबला करेंगे।

अखिलेश यादव के प्रति एक आलोचना रही है कि वे पिछले पांच वर्षों तक भाजपा शासन के खिलाफ कभी मुकाबले में नहीं उतरे। हाथरस जैसा जघन्य कांड हो या लखीमपुर में किसानों को रौंद कर मारने का मामला हो, वे कभी सड़क पर प्रतिवाद करते नहीं दिखे। अब 2022 विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा सदस्यता से त्यागपत्र देने का अर्थ यही समझा जा रहा है कि वे अब यूपी की राजनीति में ही रहेंगे और योगी राज का मुकाबला करेंगे।

अखिलेश यादव के लोकसभा से इस्तीफे का भाजपा विरोधी तबके में स्वागत किया जा रहा है। सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि अब यूपी में असली खेल शुरू होगा। अगर अखिलेश यादव जमीन पर भाजपा का मुकाबला करेंगे, रोजगार, पुरानी पेंशन, किसानों की फसल की कीमत, छुट्टे सांड़ के सवाल, जो उन्होंने चुनाव में उठाए थे और जिस कारण उन्हें समर्थन भी मिला, तो 2024 में वे भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेर सकते हैं।

इससे पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी घोषणा कर चुकी हैं कि वे यूपी में ही रहेंगी। यूपी विधानसभा चुनाव का परिणाम आए अभी 15 दिन भी नहीं हुए हैं, लेकिन विपक्ष की तैयारियों से लगता है कि आनेवाले दिनों में यूपी में खेला होगा।

इस बीच महंगाई बढ़नी शुरू हो गई है। अखिलेश यादव ने आज महंगाई बढ़ने पर भाजपा पर तंज कसा है। अब देखना है कि सपा कितने दिनों के भीतर संघर्ष का नया पन्ना लिखना शुरू करती है।

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