अमेरिकी उद्योगपति धालीवाल का दावा, PM ने कहा गलती हो गई

किसान आंदोलन में लंगर चलानेवाले धालीवाल को भारत सरकार ने एयरपोर्ट से ही वापस कर दिया था। अब दिया देश का सबसे बड़ी सम्मान। पीएम मोदी के बारे में दावा।

दर्शन सिंह धालीवाल अमेरिका में बड़े उद्योगपति हैं। 100 से ज्यादा पेट्रोल और गैस स्टेशन के मालिक हैं। वे अपने सेवा कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं। सुनामी से लेकर भूकंप पीड़ितों की मदद की। पिछले साल देश में तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का लंबा आंदोलन चला था। उसे आंदोलन में धालीवाल ने लगातार बड़े लंगर लगाए, जो दिन-रात चलते रहे। उसी दैरान जब वे भारत पहुंचे, तो दिल्ली हवाई अड्डे से ही उन्हें वापस भेज दिया गया था। अब उसी धालीवाल को भारत सरकार ने प्रवासी भारतीयों के लिए सबसे बड़ा सम्मान प्रवासी भारतीय सम्मान अव्राड से नवाजा गया है।

Darshan Singh Dhaliwal ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वे मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें देश में प्रवेश की इजाजत नहीं दकर उन्होंने गलती की। इसके साथ ही धालीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की। कहा कि देश में प्रवेश की इजाजत नहीं दिए जाने से उन्हें बुरा नहीं लगा। द वायर की खबर के मुताबिक तब एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनसे कहा था कि आप दो में से एक चुन लीजिए। किसान आंदोलन का समर्थन करेंगे या देश के भीतर जाएंगे।

धालीवाल के साथ पहले जो हुआ और अब जो हुआ, उसके भीतर राजनीति भी देखी जा रही है। धालीवाल के कई रिश्तेदार अकाली दल में हैं। जब धालीवाल को एयरपोर्ट पर रोका गया था, तब अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था कि मामले में वे हस्तेक्षेप करें।

धालीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात के समय 150 लोग थे। सबके सामने प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनसे गलती हो गई। धालीवाल अब खुश हैं। प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने लंगर पर से जीएसटी हटा लिया, करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोला, छोटे साहेबजादों (गुरु गोविंद सिंह जी के पुत्रों) को अंतरराष्ट्रीय पहचान दी आदि।

धालीवाल को प्रवासी सम्मान दिए जाने को प्रधानमंत्री मोदी के सिख समुदाय के भीतर पहुंच बढ़ाने के प्रयासों से जोड़ कर देखा जा रहा है।

SC में Caste Census के खिलाफ सुनवाई 20 को, ललन सिंह गरजे

By Editor