अंजना ओम कश्यप ने पूछा सवाल, 66 हजार लोगों ने दिखाया आईना

अंजना ओम कश्यप ने पूछा सवाल, 66 हजार लोगों ने दिखाया आईना

अंजना ओम कश्यप ने पूछा नए राष्ट्रपति भवन के उदघाटन का विपक्ष बहिष्कार कर रहा है। क्या आप सहमत हैं? 66 हजार लोगों ने दिखाया आईना। एक से एक कमेंट भी कर रहे।

खुद को पत्रकार समझने वाली आजतक की अंजना ओम कश्यप ने ट्विटर पर एक सवाल पूछा कि नए राष्ट्रपति भवन के उदघाटन का विपक्ष बहिष्कार कर रहा है। क्या आप सहमत हैं? खबर लिखे जाने तक 66 प्रतिशत लोगों ने अंजना को आईना दिखाते हुए विपक्ष के पक्ष में वोट किया। केवल 34 फीसदी लोग मोदी सरकार के साथ हैं। खबर लिखे जाने तक लगभग एक लाख लोग वोटिंग कर चुके थे। नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से न कराने से नाराज लोग घंटा भर पहले 65 प्रतिशत थे। अब 66 प्रतिशत लोग मोदी सरकार के निर्णय के खिलाफ और विपक्ष के निर्णय के साथ हो गए हैं।

अंजना के ट्नीट के जवाब में लोग चुनौती दे रहे हैं कि हिम्मत है, तो इस वोटिंग को डिलीट मत करना। वरिष्ठ पत्रकार शाहिद अख्तर ने लिखा-आप भी अंजना को देश का मूड समझने में मदद करें. अभी 64% प्रतिभागी मोदी के हाथों नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध कर रहे हैं। अभिषेक कुमार ने ट्वीट किया-दिन भी ग़लत है और उद्घाटन जिनसे कराना चाहिए उनसे नहीं कराया जा रहा है, ये सिर्फ़ अहम है, सिर्फ़ एक पार्टी सही और वाकी सभी पार्टियाँ ग़लत कैसे हो सकती हैं।

युवा कांग्रेस के कादिर अहमद खान ने कहा-संसद भवन का उद्घाटन मैं ही करूं, क्रिकेट स्टेडियम मेरे ही नाम पर हो, टीवी-अखबार की सुर्खियों में मैं ही छाया रहूं, वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर मेरा ही चेहरा चमके, प्रधानमंत्री जी, ये देश मैं से नहीं, हम से चलता है। नए संसद भवन का उद्घाटन सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठीं महामहिम राष्ट्रपति जी द्वारा किया जाना चाहिए लेकिन ‘प्रचारजीवी’ ने सियासी स्वार्थ और आत्ममुग्धता में सभी संसदीय परंपराओं को भुला दिया।

कादिर ने 19 दलों के बहिष्कार की घोषणा के साथ जारी वक्तव्य का अंश भी शेयर किया है। वक्तव्य में कहा गया है कि नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को पूरी तरह से दरकिनार करना न केवल महामहिम का अपमान है बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला भी है। जब लोकतंत्र की आत्मा को ही संसद से निष्कासित कर दिया गया है, तो हमें नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता। हम नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के अपने सामूहिक निर्णय की घोषणा करते हैं।

कर्नाटक : नई सरकार ने हड़काया, नहीं चलेगा पुलिस का भगवाकरण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*