अपने सांसद हरिवंश के खिलाफ सख्त हुआ जदयू, भाजपा पक्ष में उतरी

राज्यसभा सदस्य हरिवंश के खिलाफ देर से जागा जदयू। पार्टी निर्णय के खिलाफ नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने पर लगाया बड़ा आरोप। भाजपा पक्ष में उतरी।

राज्यसभा सदस्य हरिवंश की भूमिका कभी ऐसी नहीं दिखी, जिसमें वे अपनी पार्टी जदयू के साथ खड़े हों। जबसे जदयू ने भाजपा से नाता तोड़ा है, तब से पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हर अभियान का साथ दिया है। जदयू प्रमुख ललन सिंह केंद्र सरकार के खिलाफ हमेशा मुखर रहे हैं, लेकिन पार्टी के सांसद हरिवंश ने कभी पार्टी लाइन का समर्थन नहीं किया। कभी समर्थन में एक बयान तक नहीं दिया। कल रविवार को जब जदयू ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया, तब भी भी हरिवंश पार्टी के खिलाफ भाजपा के पक्ष में खड़े हुए। वे उद्घाटन समारोह में सक्रिय तौर पर शामिल हुए।

अब जदयू ने अपने सांसद हरिवंश के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। पार्टी के प्रदेश प्रधान प्रवक्ता नीरज कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हरिवंश ने अपने पद की खातिर अपना जमीर बेच दिया। इस कड़े बयान के बाद माना जा रहा है कि पार्टी अपने सांसद के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। हरिवंश का भाजपा की तरफ झुकाव कोई नई बात नहीं है। राज्यसभा में किसान बिल को जिस तरह हड़बड़ी में पास किया गया और विपक्ष की आवाज अनसुनी की गई, उस दौरान भी हरिवंश की भूमिका पर सवाल उठे थे। अब देर से ही सही पार्टी ने पहली बार सख्ती दिखाई है।

नए संसद भवन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बी अपना विरोध जाताया था। उन्होंने कहा था कि जब पूराना संसद भवन काम कर रहा है, तब नए संसद भवन का कोई औचित्य नहीं है। इस तरह अपने नेता के बयान के बावजूद हरिवंश का भाजपा के साथ खड़ा होना बताता है कि वे पार्टी से दरअसल दूर हो चुके हैं। ठीक यही स्थिति पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के साथ थी। वे भी पार्टी लाइन से अलग भजपा से करीबी दिखाते रहे, लेकिन पार्टी ने कार्रवाई करने में देर की। अब देखना है कि हरिवंश के मामले में पार्टी कब और क्या कार्रवाई करती है।

इस बीच भाजपा के कई नेताओं ने हरिवंश के पक्ष में बयान दिया है। कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन में उनका शामिल होना सही है।

स्टार बेटियों को सड़क पर घसीटने से BJP समर्थक महिलाएं भी खफा

By Editor