कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम में बड़ी सभा को संबोधितत किया. उन्होंने NO CAA लिखा गमछा पहन कर साफ कहा कुछ भी होगा यहां CAA नहीं होगा.

राहुल ने यह सभा उसी शिवसागर जिले में की जहां पिछले हफ्ते नरेंद्र मोदी ने सभा की थी.

इस सभा में मंच पर मौजूद राहुल के अलावा तमाम नेताओं ने अपने कंधे पर NO CAA लिखा गमछा पहन रखा था.

याद रखने की बात है कि CAA के खिलाफ भारत में सबसे उग्र विरोध असम में ही सबसे पहले शुरू हुआ था. यहां नागरिकता कानून के खिलाफ व्यापक पैमाने पर हिंसा भी हुआ था. तब पुलिस की गोली से सबसे पहली मौत भी यहीं हुई थी.

CAA के खिलाफ धधक रहा है असम, मद्धम नहीं पड़ी है आंदोलन की चिंगारी

सार्वजनिक मंच पर नो सीएए लिखा गमछा पहन कर सभा करने का साफ मकसद है कि असम में नागरिकता कानून के खिलाफ आम लोगों में अब भी विरोध की भावना मौजूद है.

इस अवसर पर राहुल ने कहा कि नफरत फैलाने वालों को जनता सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई ताकत नहीं है, जो असम को तोड़ सके। अगर किसी ने असम समझौते को छूने या नफरत फैलाने की कोशिश की तो कांग्रेस पार्टी और असम की जनता मिलकर उन्हें सबक सिखाएगी।

उन्होंने कहा कि रिमोट से टीवी चल सकता है, CM नहीं. आपके मुख्यमंत्री तो केवल दिल्ली-गुजरात की बात सुनते हैं। असम में मुख्यमंत्री असम का ही होना चाहिए, जो असम के लोगों के लिए काम करे। मौजूदा सरकार को हटाना होगा, क्योंकि वो दिल्ली और गुजरात की ही बात सुनते हैं।


राहुल बोले कि असम में कांग्रेस की सरकार बनी तो हम युवाओं की घबराहट को दूर करेंगे। असम में रोजगार पैदा करेंगे। चाय मजदूरों को आज 167 रुपए दिहाड़ी दी जाती है। अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो हम इसमें 200 रुपए जोड़ देंगे। हमारी सरकार के वक्त असम के चाय बागानों में मजदूरी करने वालों को 367 रुपए मिलेंगे।


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