भारत जोड़ो यात्रा को मिली नई ताकत, राहुल संग हुए प्रशांत भूषण

देश के सबसे प्रमुख अधिवक्ता प्रशांत भूषण अगर भाजपा में शामिल हुए होते, तो 24 घंटे मीडिया चीखता, लेकिन राहुल के साथ चले, तो खबर से गायब किया।

भारत जोड़ो यात्रा को रविवार को एक बड़ी सफलता मिली। कभी अन्ना आंदोलन में अरविंद केजरीवाल के साथ रहे योगेंद्र यादव शुरू में ही भारत जोड़ो यात्रा के साथ हो गए थे, वहीं अब उसी आंदोलन के दूसरे नेता, देश के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा एक्टिविस्ट प्रशांत भूषण भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए।

यही प्रशांत भूषण अगर भाजपा में शामिल हुए होते, तो यह नेशनल न्यूज बन जाता। दिन-रात मीडिया में उनकी चर्चा होती, बहसें होतीं, लेकिन वे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए, राहुल गांधी के साथ पैदल चले और आरएसएस की नफरत की राजनीति का मुकाबला करने के लिए अपना समर्थन दिया, तो वही मीडिया सन्नाटेे में डूबा है।

प्रशांत भूषण ने खुद भी भारत जोड़ो यात्रा में अपने शामिल होने की तस्वीरें साझा करते हुए आरएसएस पर तीखा हमवा किया। उन्होंने अंग्रेजी में ट्वीट किया- मैं भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुआ, क्योंकि मैं महसूस करता हूं कि आज जो देश में नफरत का माहौल बना दिया गया है, जिसके लिए भाजपा और उससे जुड़े संगठन जिम्मेदार हैं, उस नफरत के माहौल को बदलने की क्षमता इस भारत जोड़ो यात्रा में है। उम्मीद है कि यह यात्रा देश की सही समस्याओं बेरोजगारी, महंगाई, बड़े पूंजीपतियों के हित के लिए देश के हित के साथ के साथ खिलवाड़ की तरफ देश का ध्यान खींचेगी।

भले ही बड़े चैनलों ने प्रशांत भूषण का भारत जोड़ो यात्रा के साथ जुड़ने की खबर को गायब कर दिया है, लेकिन सोशल मीडिया में यह खबर वायरल है। कांग्रेस ने प्रशांत भूषण और राहुल गांधी के साथ चलने का वीडियो भी शेयर किया है। प्रशांत भूषण का साथ आना भारत जोड़ो यात्रा की बड़ी सफलता माना जा रहा है।

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By Editor