भारत और नेपाल के बीच शुरू हो गई मैत्री ट्रेन

चीन के कई प्रोजेक्ट नेपाल में चल रहे हैं। इस बीच आज 8 साल के बाद भारत-नेपाल के बीच शुरू हुई मैत्री ट्रेन। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने दिखाई हरी झंडी।

भारत के लिए नेपाल का काफी महत्व है। न सिर्फ सांस्कृतिक संबंधों के कारण बल्कि रणनीतिक तौर पर भी। भारत ने नेपाल के साथ अपने संबंधों को नई ऊंचाई दी। दोनों देशों के बीच आज मैत्री ट्रेन शुरू हो गई। इससे न सिर्फ दोनों देशों की जनता को सुविधा मिलेगी, बल्कि भारत से निर्यात सामग्री भेजने में भी खर्च कम आएगा। आज दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

भारत-नेपाल के बीच ट्रेन 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। इसका अर्थ है कि पूरा प्रोजेक्ट भविष्य को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। बिहार के मधुबनी के जयनगर से नेपाल के कुर्था तक फिलहाल ट्रेन चलेगी। रेल मार्ग पर यात्री ट्रेन 100 किमी/घंटा और मालगाड़ी 65 किमी/घंटा की गति से चले सकेगी। दोनों स्टेशनों के बीच 34.9 किलोमीटर की दूरी है। जयनगर-कुर्था रेल खंड के बीच आठ स्टेशन होंगे। इसके बीच छङ 6 हॉल्ट भी बनाए गए हैं। मिल रही जानकारी के अनुसार 47 रोड क्रॉसिंग, 127 बड़े और 15 छोटे पुलों से होकर मैत्री ट्रेन गुजरेगी।

ट्रेन के शुभारंभ पर जगह-जगह नेपाल में लोगों ने पूजा की। फूल बरसाए। स्थानीय आबादी में ट्रेन शुरू होने से काफी खुशी है। उद्घाटन के अवसर पर मैत्री ट्रेन को फूलों से सजाया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-नेपाल और भारत के बीच रिश्ता सबसे अलग है। नेपाल के साथ आत्मीय संबंध सदियों से कायम है। आज उन्होंने नेपाली में भी कई ट्वीट किए। नेपाली प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता करते अपनी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। उन्होंने भी भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।

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