बिहार चुनाव : नामांकन शुरू, प्रत्याशी होटलों में, गठबंधन का पता नहीं

बिहार विधान सभा चुनाव के पहले चरण का नामांकन आज से शुरू हो चूका है. लेकिन अभी तक एनडीए और महागठबंधन में सीटों के बटवारे को लेकर तस्वीर साफ़ नहीं हो पायी है. वही प्रत्याशी राजधानी पटना के होटलों में चुनावी रणनीति पर विचारमग्न है.

बता दें कि कुछ प्रत्याशियों ने नामांकन का परचा भरना भर भी चुके है. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने मौखिक रूप से कई प्रतियाशियों को सहमति दी है जिसके बाद प्रतियाशी परचा भर रहे है. वही कुछ प्रतियाशियों ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है. लेकिन गठबंधनों में सीट बटवारे पर स्पष्टता न होने के कारण अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है.

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हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही ऐसी भगदड़ मची की आनन फानन में कई गठबंधनों का ऐलान हो गया. जन अधिकार पार्टी (JAP) अध्यक्ष पप्पू यादव और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अलग गठबंधन का ऐलान किया जिसमे क्षेत्रीय और अन्य दल शामिल है. इसके अतिरिक्त AIMIM (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली UDSA (United Democratic Secular Alliance) और यशवंत सिन्हा की UDA (United Democratic Alliance) पहले ही बन चुकी थी. फिलहाल बिहार के दो बड़े गठबंधन एनडीए और महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अभी भी बात नहीं बन पायी है.

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एनडीए गठबंधन में स्थति क्यों स्पष्ट नहीं

एनडीए गठबंधन ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनावी मैदान में उतरेगा यह स्पष्ट है. बुधवार को दिल्ली में भाजपा का एक अहम बैठक हुई जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, बिहार प्रभारी देवेंद्र फडनवीस, भूपेन्द्र यादव, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत सारे वरिष्ठ नेता शामिल हुए. उसके बाद मीडिया से भूपेन्द्र यादव ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे.

लोक जनशक्ति पार्टी जो एनडीए का घटक दल है को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, अध्यक्ष चिराग पासवान कार्यकर्ताओं को 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करने का निर्देश दे चुके है. सम्भावना जताई जा रही है कि शुक्रवार तक पार्टी अपने फैसले का ऐलान कर सकती है.

महागठबंधन में क्या चल रहा

महगठबंधन में भी दो प्रमुख घटक दल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच सीट बटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. दूसरी और पहले महागठबंधन में रहकर चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली CPI-ML ने कल राजद से सीटों पर बात न बन पाने के कारण 30 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। जिसमे महागठबंधन से अलग होने का ऐलान समझा जा रहा है. वही कांग्रेस पार्टी सीटों के सम्मानजनक बटवारे पर ज़ोर दे रही है.

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दिल्ली में बुधवार से ही कांग्रेस के अला नेताओं और राजद के बीच बातचीत संभावित है. राजद नेता तेजस्वी यादव के भी दिल्ली जाने की सम्भावना है. सूत्रों की माने तो शुक्रवार तक बात तय हो सकती है.

विभिन्न दलों के प्रत्याशी राजधानी पटना के होटलों में पार्टी आलाकमान से सीटों के पुष्टिकरण को लेकर डेरा जमाये हुए है. फिलहाल प्रत्याशी चुनावी रणनीति में विचारमग्न लग रहे है. कुछ प्रतियाशियों का कहना है कि हमें पार्टी की तरफ से अगले आदेश का इंतज़ार है.

By Editor