‘हमारे युवा नौकर बनने के बजाये मालिक बनने की ठान लें तो भारत चरमोत्कर्ष पर पहुंच जायेगा’

भारत के नौजवान जिस दिन नौकर नहीं बल्कि मालिक बनने का भावना ले आएंगे उस दिन भारत विश्व में चरमोत्कर्ष पर पहुंच जाएगा। चीन में युवाओं की यही सोच आगे लेकर चला गया है।

शिवानन्द गिरि, बेगूसराय

उक्त बातें बिहार सरकार के श्रम मंत्री एवं बेगूसराय जिला के प्रभारी मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने रमजानपुर में गंगा ग्लोबल परिसर में एमबीए संस्थान के उद्घाटन अवसर पर कहीं।

 नकल से बिगड़ जाती है अकल व शक्ल

रमजानपुर में आयोजित एक रंगारंग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने आगे कहा नकल से अकल और शक्ल बिगड़ जाती है। इसलिए युवाओं को नकल नही करते हुए  बड़े निर्णय और सोच की जरूरत है ।उन्होंने कहा युवाओं के मन में यह डर सताते रहता है कि डिग्री लेने के बाद आखिर वह नौकरी के लिए जायँ तो कहां जायें ।श्रम मंत्री ने  नौकर  नहीं बल्कि मालिक बनने के युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि जो अपने लिए जीता है वह कभी सुखी नहीं रहता, लेकिन जो दूसरों के लिए जीता है वह सदा सुखी रहता है। उन्होंने  एक कविता सुनते हुए कहा “अपने के लिए जीना एक कहानी है, औरों के लिए जीना एक जिंदगानी है”।
मंत्री ने मैनेजमेंट कॉलेज के मालिक सर्वेश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा आईएएस की नौकरी छोड़कर वह दूसरों की सेवा करने के लिए बेगूसराय में आए हैं और ज्ञान -विज्ञान की इस धरती पर चौराहे पर खड़े नौजवानों के लिए पथ- प्रदर्शक साबित हो रहे हैं। विजय कुमार सिंहा ने ग्रामीण क्षेत्र में परिवार की व्यवस्था का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे पूर्वज किसी भी बड़े संस्थान से प्रबंधन की डिग्री हासिल नहीं किए थे लेकिन उनकी व्यवस्था ,परिवार चलाने की क्षमता ,खेती गृहस्ती की देखभाल आदि काबिलेतारीफ हुआ करती थी । उन्होनें कहा कि बेगूसराय उद्योग नगरी है और यदि यहां के नौजवान अपने प्रबंधन व कौशल क्षमता से घर -घर में कुटीर और लघु उद्योग लगा दें तो यहाँ उद्योगों का जाल बिछ जाएगा और बेगूसराय में व्यापक  खुशहाली और समृद्धि आ जायेगी।इससे  पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया।

पूर्व विधायक राजेंद्र राजन ने क्या कहा

इस मौके पर मटिहानी के पूर्व विधायक राजेंद्र राजन ने आशा व्यक्त की, कि इस महाविद्यालय की स्थापना से युवाओं को रोजगार मिल सकेगा और उनमें सृजनशीलता का विकास होगा. उन्होंने सर्वेश कुमार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. कहा कि सृजनशील स्वभाव के कारण ही वे सिविल सर्विसेज की नौकरी छोड़ कर यहां आये हैं. उन्होंने उन्हें कर्मयोगी बताते हुए कहा कि उनके सृजनात्मक कार्यों के कारण वे वैचारिक मतभेद रखते हुए भी उनके कार्यक्रम में शामिल होते हैं.
जदयू नेता व पूर्व विधान पार्षद रूदल राय ने कहा कि मुजफ्फरपुर और भागलपुर के बीच में स्थापित होने वाला यह पहला प्रबंधन महाविद्यालय है. इसके स्थापना से अब गरीब के बच्चे भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. बिहार सरकार के स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लाभ लेकर छात्र-छात्रा प्रबंधन की पढ़ाई कर सकते हैं.

मंगलदेव पांडे ने भी रखा विचार

संस्थान के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष 91 वर्षीय मंगलदेव पांडे ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति संकल्पित रहने की जरूरत पर जोड़ दिया. ए.एन. कॉलेज पटना के प्रबंधन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष कामेश कुमार ने संस्थान को कई सुझाव दिए. उन्होंने आफिस को फ्रेंडली बनाने, प्राचार्य को छात्रहित पर ध्यान देने, फेकल्टी मेटरिंग प्रोग्राम, फैकल्टी पर विश्वास, टीम वर्क, अभिभावकों की भागीदारी पर बल दिया. कहा वर्ग की शिक्षा ही काफी नहीं है. हमें हार्ड व साफ्ट स्किल डेवलपमेंट, छात्रों में सम्प्रेषण की क्षमता का विकास आदि पर प्रकाश डाला.सभा को बेगूसराय के नगर निगम के पूर्व मेयर आलोक अग्रवाल ने कहा कि इस संस्थान की स्थापना के पश्चात यहाँ के युवको को अब एमबीए की पढ़ाई के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब कम खर्च में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा यहाँ मिल सकेगी.
सभा को नवोदय विद्यालय बेगूसराय के पूर्व प्राचार्य एम. एच गुफरान, पूर्व बैंक अधिकारी जगदीश नारायण यादव जिला भाजपा अध्यक्ष संजय सिंह तथा अन्य कई वक्ताओं ने भी संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन में संस्थान के निदेशक सर्वेश कुमार ने कहा कि उद्यमिता का विकास संस्थान का प्रमुख लक्ष्य है. बिहार की औद्योगिक राजधानी बेगूसराय को एक प्रबंधन संस्थान की सबसे अधिक आवश्यकता थी.
इस संस्थान से योग्य उद्यमी निकलेंगे जो रोजगार का सृजन करेंगे. सभा का संचालन गंगा ग्लोबल बी.एड. कॉलेज के प्राचार्य राजेश सिंह ने किया.सभा समापन के पश्चात परिसर में एक सौ वृक्षारोपण किया गया. जिसकी शुरुआत प्रभारी मंत्री श्री सिन्हा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों व्दारा किया गया.इस मौके पर गंगा डेरी के एमडी अखिलेश कुमार, गंगा ग्लोबल संस्थानों के प्राध्यापक, प्रशिक्षु तथा जिले के व्यापार जगत के गणमान्य, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षा जगत से जुड़े हुए लोग तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे.

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