BJP ने किया धान पर सवाल तो JMM ने खोल दिया कच्चा चिट्ठा

BJP ने झारखंड में धान क्रय का मुद्दा उठाया, तो JMM ने BJP का पूरा कच्चा चिट्ठा ही खोलकर रख दिया। आंकड़े से बताया कि BJP शासन में कैसे नाममात्र खरीद होती थी।

BJP ने आज झारखंड में धान क्रय के सवाल पर खेतों में धरना दिया। अभी वे ठीक से अपने कार्यक्रम की सफलता का दावा भी नहीं कर पाए थे कि JMM ने भाजपा का कच्चा चिट्ठा खोलते हुए आंकड़ा जारी कर दिया। झामुमो ने एक पोस्टर जारी किया, जिसमें भाजपा शासन के दौरान कितने किसानों से कितने क्वींटल धान की खरीद हुई और हेमंत सरकार ने कितने किसानों से कितना खरीदा मोटे अक्षरों में लिखा है।

झामुमो ने 2016-17 से 2020-21 तक का आंकड़ा दिया है। भाजपा शासन में 2016-17 में किसानों को सिर्फ 304 करोड़ रुपए का भुगतान किया। 2017-18 में 360.1 करोड़ और 2018-19 में 429.3 करोड़ का भुगतान हुआ। इससे कहीं ज्यादा हेमंत सरकार बनते ही किसानों को भुगतान किया गया। 2019-20 में 758.7 करोड़ और वर्ष 2020-21 में अबतक 755.8 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।

इसी तरह लाभ पानेवाले किसानों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। किसान टर्न आउट पहले जहां सिर्फ 32 हजार से 34 हजार के बीच रहा, वहीं यह संख्या बढ़कर लगभग एक लाख तीन हजार हो गई है। मोर्चा ने आंकड़ों का स्रोत भी लिख दिया है, ताकि कोई भी क्रॉस चेक कर सकता है।

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झामुमो ने इसके साथ ही भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ढकोसला कर रही है। अगर उसे किसानों से थोड़ा भी लगाव होता, तो देश के किसान सात महीने से धरना नहीं दे रहे होतेे। अबतक सैकड़ों किसानों को अपनी जान देनी पड़ी है। मुकदमे किए गए हैं। किसान कह रहे हैं कि भाजपा किसानों की जमीन कॉरपोरेट को देना चाहती है और मजदूरों को उन्हीं की जमीन पर मजदूर बना देना चाहती है।

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मोर्चा भाजपा के बाबूलाल मरांडी पर भी तंज कसा है। कहा कि भाजपा ने खेतों में दरना देने का एलान किया, पर मरांडी ने शहर में टेंट लगाकर धरना दिया।

By Editor