नीतीश-नड्डा भेंट:नीतीश पर चोट अब मोदी के नाम पर वोट

बिहार की चुनावी रणनीति में सीटों के बटवारे से भी महत्वपूर्ण बात यह है कि NDA अब बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर जनता से वोट मांगेगी। कल ही बीजेपी के इंटरनल सर्वे में खुलासा हुआ था कि NDA को नीतीश के नाम पर चुनाव लड़ने पर भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है.

शाहबाज़ की इनसाइड पोलिटिकल स्टोरी

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की जिसमे यह तय हो गया है कि NDA मोदी के नाम पर वोट मांगेगी पर सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनेगी।

सूत्रों के अनुसार भाजपा अपनी रणनीति पर अडिग है जिसके तहत बिहार चुनाव 2020 में NDA (National Democratic Alliance) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही राज्य की जनता से वोट मांगेगी। भले ही नीतीश कुमार सीएम होंगे। कल ही बीजेपी ने अपना आंतरिक सर्वे मीडिया के सामने कर दिया था जिसमे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA के चुनावों में ख़राब प्रदर्शन होने का अंदेशा जताया गया था.

इंटरनल सर्वे:NDA की हालत ख़राब, नीतीश को किनारे करेगी बीजेपी !

बता दें कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के बीच मुलाकात एक घंटे तक चली जिसमे NDA गठबंधन में चल रहे हालिया घटनाक्रम, लोजपा और सीट शेयरिंग पर बात हुई है. चुनावी रणनीति में इन सब से महत्वपूर्ण बात यह है की दोनों अध्यक्षों की पांच मिनट तक अकेले में भी बात हुई। जिसपर सूत्रों के माने तो मोदी के नाम पर वोट मांगने की बात फाइनल हो चुकी है.

गौरतलब है कि बिहार में भाजपा अपने चुनावी पोस्टरों और बैनरों में भी शरू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योजनाओं को ही जनता में प्रसारित कर रही है. इसके बाद भाजपा के इंटरनल सर्वे ने यह खुलासा कर दिया कि राज्य में बार बार एक गठबंधन से दुसरे में जाने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलोकप्रिय हो चुके एवं उनकी विश्वसनीयता में कमी आयी है. वही आज की मुलाकात से इतना तो साफ़ हो गया है कि NDA मोदी के नाम पर जनता के बीच जाकर वोट मांगेगी न कि नीतीश के नाम पर.

राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो NDA गठबंधन के तीन प्रमुख दलों बीजेपी,जदयू और लोजपा के बीच बढ़ रही तल्खी को देखते हुए महागठबंधन (Congress+RJD+Left Parties) को लाभ मिलने का खतरा है इस वजह्कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेहरे पर समझौता करना पड़ेगा। भाजपा तो पहले से ही अपने पोस्टरों में नीतीश कुमार की फोटो भी नहीं लगाती। इस बात की भी सम्भावना जताई जा रही है कि जदयू को सीटों की संख्या पर भी समझौता करना पड़ सकता है.

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बता दें कि कल से भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार दौरे पर है. भाजपा अध्यक्ष ने आज “आत्मनिर्भर बिहार” कैंपेन की शरूआत की है. अपने संबोधन में जेपी नड्डा ने कहा कि बिहार में नीतीश के नेतृत्व में बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। बीजेपी ने नया चुनावी स्लोगन भी जारी किया है ‘जन-जन की पुकार, आत्मनिर्भर बिहार’ जेपी नड्डा ने दावा किया कि आत्मनिर्भर बिहार की यात्रा बिहार को मुख्यधारा में लाकर खड़ा करेगी।

तेजस्वी ने क्या कहा ?
राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस पर टिपण्णी करते हुए कहा कि “मैं उनको सलाह देना चाहूंगा कि बिहार में बीजेपी तो पहले आत्मनिर्भर हो जाए। 24 साल से उधार के चेहरे पर निर्भर है। वह चेहरा जिसने 2013 में बीजेपी के साथ विश्वासघात कर जनादेश का अपमान किया “

आगे उन्होंने कहा “जैसे विगत 2014 चुनाव में इन्होंने वादा किया था कि हमारी सरकार आने पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देंगे और 2015 चुनाव में वादा किया था हमारी सरकार आने पर फ़्री स्कूटी और दो साल तक पेट्रोल भी देंगे लेकिन कुछ नहीं दिया। ऐसे ही ये बिहार को आत्मनिर्भर बनाएँगे। बिहारी बेवक़ूफ नहीं है”..

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नड्डा और नीतीश की मुलाकात में बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल और जदयू सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद रहे.

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