Delhi Chief Minister and AAP Convener Arvind Kejriwal speaks during a meeting with traders and businessmen in Rajkot | PTI

भाजपा से सेटिंग हो गई? केजरीवाल बोले, गुजरात में कांग्रेस खत्म

20 दिन पहले लगा था केजरीवाल के करीबी सिसोदिया की गिरफ्तारी हो जाएगी। ताबड़तोड़ छापे पड़ रहे थे। अब केजरीवाल भाजपा को नहीं, कांग्रेस को खत्म कर रहे।

पिछले महीने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा से बहुत नाराज थे। दरअसल उनके सबसे करीबी मनीष सिसोदिया के घर से लेकर बैंक के लॉकर तक जांच एजेंसी ने खंगाली। लग रहा था कि सिसोदिया की गिरफ्तारी हो जाएगी। आम आदमी पार्टी और भाजपा में जंग छिड़ी थी। शराब नीति पर भाजपा ने सवाल उठाए थे और गंभीर आरोप लगाए थे। आरोप भ्रष्टाचार के थे। जवाब में सिसोदिया की जाति भी बताई गई और दिल्ली के स्कूल मॉडल को सामने किया गया। अब भाजपा और आप में कहीं कोई जंग नहीं है। दोनों तरफ से शांति है। तो क्या कोई शांति समझौता हो गया?

भाजपा से शांति समझौता होने की संभावना का एक दूसरा आधार यह है कि पिछले 20 दिनों से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अब अपनी पूरी लड़ाई कांग्रेस के खिलाफ मोड़ दी है। जिस दिन कांग्रेस ने 3570 किमी लंबी भारत जोड़ो यात्रा शुरू की, ठीक उसी दिन अरविंद केजरीवाल ने भी हरियाणा में पदयात्रा शुरू की। दिल्ली के मीडिया में दिल्ली सरकार किस तरह भर-भर पन्ने का विज्ञापन देती है, टीवी चैनलों को देती है, वह सब जानते हैं। ऐसे में मीडिया ने भारत जोड़ो यात्रा का कवरेज कुछ कम ही किया। मीडिया ने केजरीवाल की पदयात्रा की लाइव रिपोर्टिंग की।

हरियाणा में कांग्रेस का जनाधार है। और वहीं केजरीवाल ने नया मोर्चा खोला। गुजरात में वे पहले से सक्रिय थे। वहां भी भाजपा के खिलाफ पहले सिर्फ कांग्रेस ही थी। अब आप भी भाजपा विरोधी वोटों का दावेदार हो गया। और आज तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ी बात कह दी। उन्होंने घोषणा कर दी कि गुजपात में कांग्रेस खत्म हो गई है। समझा जा सकता है कि केजरीवाल कांग्रेस को खत्म बता कर किसका भला कर रहे हैं। गौर करिए वे कांग्रेस खत्म बोल रहे हैं, भाजपा खत्म नहीं बोल रहे।

पत्रकार प्रशांत टंडन ने केजरीवाल के गुजरात में कांग्रेस के खत्म हो जाने के दावे पर कहा-इनका दिमाग़ी तवाज़ुन बिलकुल ही बिगड़ चुका है। इसी तरह के बड़े बोल 2017 में भी बोले गये थे. आम आदमी पार्टी को गुजरात विधानसभा में 0.1% वोट मिला था और कांग्रेस को 41.4%. (0.1 % का मतलब 1 प्रतिशत का दसवां हिस्सा) खुद केजरीवाल ने कहा कि उनका वोट शेयर 4% बढ़ेगा – बाकी आप जोड़ लीजिए।

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By Editor