बुलडोजर राज : पहला बुलडोजर गुर्जर पर, फेंकी रोटी देनेवाली मशीन

यूपी चुनाव में भाजपा की जीत के बाद आज पहली बार बुलडोजर चला। सतीश गुर्जर सड़क किनारे गन्ने का रस बेचते थे। रो पड़े सतीश। अब बच्चों को कैसे मिलेगी रोटी?

आज उत्तर प्रदेश में चुनाव बाद पहली बार बुलडोजर चला। सतीश गुर्जर सड़क किनारे गन्ने का रस निकाल कर बेचते थे। इसी से घर भर को रोटी मिलती थी। आज प्रशासन बुलडोजर के साथ पहुंचा। सभी ठेलेवालों में भगदड़ मच गई। बुलडोजर ने सतीश गुर्जर की गन्ना मशीन को गन्ने सहित उठा लिया और निकट में पहले से खड़े हाइवा पर फेंक दिया। सतीश कहते रहे कि मशीन टूट जाएगी, पर प्रशासन का दिल नहीं पसीजा।

फिल्मकार विनोद कापरी ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा-ये ह्रदयविदारक है। अभी-अभी हुआ है बाबा का पहला बुलडोज़र गरीब पर ही क्यों @myogiadityanath जी? 400₹ रोज़ दिहाड़ी कमाने वाले #SatishGujjar नोएडा के अफ़सरों के सामने रोते रहे पर इस देश में ग़रीब की कौन सुनता है ? कम से कम उनकी मशीन तो नहीं तोड़ते। उन्होंने यह भी कहा- @Twitter के दोस्तों ! कुछ जादू कीजिए।सतीश ने ये 80,000₹ में ख़रीदा था।₹400रोज़ कमाते थे।पर अब मशीन भी बर्बाद हो गई और दिहाड़ी भी गई। मेरे पास सतीश जी का मोबाइल नंबर है। मैं 10,000 की तत्काल मदद कर रहा हूँ। जो भी इनकी मदद करना चाहते हैं, मुझे बताएं। आप भी देखिए वह वीडियो-

पत्रकार प्रशांत टंडन ने कहा-बहुत दुखद है कि सतीश गुर्जर जी की रोजी रोटी पर इस तरह बुलडोज़र चल गया उत्तर प्रदेश में। उससे भी ज़्यादा दुखद है कि लोगों ने बुलडोज़र पर ही वोट दे दिया था। अपने ही वोट से अपने हाथ काटते हैं हम लोग। एक यूजर ने लिखा-पांच किलो मुफ्त अनाज देके भाजपा, रगों से रक्त निकाल कर बेच देगी। एक अन्य ने लिखा-उधर करोड़ों खर्च करके शपथ ग्रहण कर रहे है यहां गरीबों को बेघर कर रहे हैं। ये अहंकार नहीं तो और क्या है। अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। इसी के साथ सोशल मीडिया पर सतीश गुर्जर की मदद के लिए अनेक लोगों ने हाथ बढ़ाया है।

सिकंदराबाद में छपरा के 11 जिंदा जले, परिजनों को 2-2 लाख

By Editor