जातीय उत्पीड़न से आहत IIT Mumbai के दलित छात्र ने की Suicide

जातीय उत्पीड़न से आहत IIT Mumbai के दलित छात्र ने की Suicide

रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद भी स्थिति बदली नहीं। अब जातीय उत्पीड़न से आहत IIT Mumbai के दलित छात्र ने आत्महत्या की। मीडिया में चर्चा नहीं।

आईआईटी मुंबई के छात्र दर्शन सोलंकी ने जातिवादी उत्पीड़न से तंग आ कर आत्महत्या कर ली। यहां उसका एडमिशन केवल साढ़े तीन महीने पहले ही हुआ था। वह अहमदाबाद का रहनेवाला था। उसने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है, लेकिन परिवार वालों ने मीडिया को बताया कि उसने जातिवादी उत्पीड़न की शिकायत की थी। याद रहे हैदराबाद केंद्रीय विवि के पीएचडी के छात्र रोहित वेमुला ने 2016 में अपने कमरे में फांसी लगा ली थी। तब देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। रोहित ने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसका जन्म एक हादसा है। उसने समाज के ताने-बाने पर गहरे सवाल उठाए थे। अब एक बार फिर एक प्रतिभावान युवा को अपना बेशकीमती जीवन गंवाना पड़ा।

बुधवार को आईआईटी मुंबई के छात्रों के एक समूह ने द हिंदू अखबार के प्रतिनिधि के साथ बात करते हुए दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के लिए विवि प्रशासन को जिम्मेवार बताया है। इन छात्रों ने कहा कि आत्महत्या विवि प्रशासन की पूर्ण विफलता है। प्रशासन सुरक्षित माहौल देने में नाकाम रहा। उधर, विवि प्रशासन ने कहा कि किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है।

आंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्किल (APPSC) ने संस्थान पर आरोप लगाया कि वह कैंपस को कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए समावेशी स्थल बनाने में विफल रहा है। हम नहीं कह सकते कि उसने ऐसा क्यों किया, इसके पीछेे जातिवादी उत्पीड़न था या भयानक तनाव। लेकिन इतना हम दावे के साथ कह सकते हैं कि यह संस्थान का मुद्दा है। कोई व्यक्तिगत या निजी मामला नहीं है। यह संस्थागत हत्या है। एनडीटीवी के पत्रकार सोहित मिश्रा ने दर्शन के परिवारवालों से बात की और वीडियो भी जारी किया।

सोशल मीडिया में लोग आक्रोश जता रहे हैं, लेकिन देश के बड़े अखबारों और प्रमुख टीवी चैनलों ने इस मामले को सिरे से गायब कर दिया है। गुजरात के कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी ने दर्शन सोलंकी की आत्महत्या का विरोध किया है।

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