भाजपा के खिलाफ चिराग का बिगुल, किया जातीय जनगणना का समर्थन

जातीय जनगणना न कराने के फैसले पर अड़ी भाजपा को एक और झटका लगा है. अब तक उसके खिलाफ चुप रहने वाले चिराग पासवान ने भी जातीय जनगणना की मांग कर दी है.

चिराग पासवान ( Chirag Paswan) ने सीतामढ़ी में आशीर्वाद यात्रा के दौरान साफ शब्दों में कहा कि वह जातीय जनगणना (Caste Census) का समर्थन करते हैं.

इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने जातीय जनगणणा कराने की मजबूती से मांग करते रहे हैं. यहां तक कि भाजपा के साथ सरकार चलाने वाले जनता दल युनाइटेड ने भी जाति आधारित जनगणना की मांग की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय भी मांगा है.

लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी ने भारतीय संविधान के निर्माता ‘बाबा साहेब’ डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं लोजपा के संस्थापक आदरणीय स्व. श्री रामविलास पासवान के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।

ऐसे में चिराग पासवान द्वारा जातीय जनगणनना की मांग करने के बाद अब मात्र भारतीय जनता पार्टी ही है जो इसका विरोध कर रही है. जबकि एनडीए ससरार में शामिल तमाम दल के अलावा पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर एक हो चुका है. बिहार से चिराग पासवान की पार्टी अब इस मांग का समर्थन कर चुकी है.

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चिराग पासवान ने सीतामढ़ी और शिवहर में अनेक कार्यक्रमों में भाग लिया. उन्होंने सीतामढ़ी में कहा कि यात्रा में उम्मीद से अधिक लोगों का सहयोग व आशीर्वाद मिल रहा है. पिछले विधान सभा चुनाव में उनकी पार्टी को छह फीसदी वोट मिले थे, जबकि सभी सीटों पर उनके प्रत्याशी नही थे.

चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि 12 फीसदी वोट हासिल करने वाले सीएम हैं. बिहार की जनता सरकार की नीतियों से खुश नहीं है. हत्या, अपहरण व लूट की घटनाएं बढ़ी हैं. अब तो राजनेता की भी हत्या होने लगी है.

सीतामढ़ी(Sitamarhi)) में पत्रकारों से बात करते हुए चिराग पासवान ने जातिगत जनगणना का समर्थन किया. उन्होंने यह पूछे जाने पर कि भाजपा आपके साथ नहीं है, पासवान ने कहा, जब चाचा ही पीठ में खंजर घोंप दिया तो दूसरे पर आरोप लगाना ठीक नहीं है. चाचा पशुपति पारस व भाई प्रिंस राज साथ रहते, तो ऐसी नौबत नहीं आती.

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