IAS अफसरों का रिपोर्ट कार्ड, कौन CM Club में शामिल कौन मायूस

IAS अफसरों का रिपोर्ट कार्ड.पढिये नीतीश कुमार के CM Club में कौन IAS हुआ शामिल और किस आईएएस अफसर को हाथ लगी मायूसी. हमारे सम्पादक Irshadul Haque की कलम से

नीतीश कुमार बीते साल के आखिर में नया निजाम संभाल चुके हैं. नये निजाम के नये साल में नौकरशाहों के तबादले और प्रोमोशन की तस्वीरें ( CM Club) साफ हो चुकी हैं. नये साल में कुछ IAS अफसरान के चेहरे खिलखिला रहे हैं तो कुछ के मुरझा चुके हैं.

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Irshadul Haque, Editor naukarshahi.com

चंद्रशेखर सिंह

जिन चेहरों पर सुरूर छाया है उनमें एक नाम है- चंद्रशेखर सिंह का.

ISA Chandrashekhar Singh

मुजफ्फरपुर से राजधानी पटना लाये गये हैं. पटना का डीएम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मजबूत सिपहसालार की हैसियत रखता है. राजधानी होने के कारण मुख्यमंत्री की 90 प्रतिशत से ज्यादा व्यस्तता इसी शहर में होती है. लिहाजा पटना का डीएम मुख्यमंत्री की खास पसंद होता है. इस तरह सीएम क्लब के नये मेम्बर के रूप में चंद्रशेखर की एंट्री समझा जा रहा है.

कुमार रवि

अब तक पटना के डीएम कुमार रवि हुआ करते थे. पटना में अच्छी पारी खेल

Kumar Ravi, IAS

कर शोहत हासिल करने वाले रवि ने यहां तीन साल गुजारे. अब प्रोमोशन पा कर भवन निर्माण विभाग में सचिव बन चुके हैं. पटना से पटना में ही ट्रांस्फर होना यह बताता है कि रवि पर मौजूदा निजाम की खास मेहरबानी बरकरार है.

Kumar Ravi ऐसा IAS जिनने गुमनामी से निकल अमिट छाप छोड़ी

राहुल रंजन महिवाल

राहुल रंजन महिवाल 2005 बैच के अफसर हैं. ग्रामी विकास विभाग में विशेष सचिव की जिम्मेदारी अदा करते हुए उन्हें प्रोमोशन मिला. सचिव बनाये गये. इतना ही नहीं इन बएक वक्त दो बड़ी जिम्मेदािरां दी गयीं. महिवाल को अगले आदेश तक के लिए पूर्णिया प्रमंडल का कमिशनर बना दिया गया. साथ ही महिवाल को कोसी प्रमंडल के कमिशनर की अतिरिक्त जिम्मेदारी दे कर सरकार ने उनके दोनों हाथों में लड्डू थमा दिया है.

चंचल कुमार

बिहार की नौकरशाही में पिछले अनेक वर्षों में सबसे प्रभावशाली अफसर के

chanchal Kumar, Most Powerful IAS

रूप में रहे हैं. नये साल में उनका प्रभाव और बढा है. वह मुख्यमंत्री के प्रधान सिचव की भूमिका में हैं और रहेंगे. लेकिन उनके खाते में एक नयी और बड़ी जिम्मेदारी सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव की भी चली गयी है. किसी मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव होना, नेक्स्ट टु सीएम की हैसियत होता है. उस पर से सामान्य प्रशासन के प्रधान सचिव होने का मतलब है- बिहार की नौकरशाही पर राज करना. चंचल जैसी उपलब्धि का सपना बिरले अफसरों को नसीब होता है.

आमिर सुबहानी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसेमंद नौकरशाहों में शुमार आमिर सुबहानी ( Amir Subhani) के लिए यह नया साल मायूसी ले कर आया.

Amir Subhani, भाजपा का दबाव काम न आया

भाजपा नेता संजय पासवान की उन्हें बददुआ लगी या नहीं, यह कहना मुश्किल है. पर सुबहानी से सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्यसचिव की जिम्मेदारी ले ली गयी. उनसे अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भी ले लिया गया. लेकिन मीडिया में यह गलतफहमी फैल गयी कि सुबहानी के हाथों से गृह विभाग भी ले लिया गया है. सुबहानी गृह विभाग में जस के तस बने हुए हैं. यह यह काबिले जिक्र है कि भाजपा ने दबी जुबान में सुबहानी से गृह वभाग ले लेने की मांग की थी. लेकिन नीतीश कुमार ने भाजपा को निराश किया.

के. सेंथिल कुमार

के. सेंथिल कुमार ( Senthil Kumar) उन अफसरों में हैं जिनके नाम के साथ कुछ विवाद भी जुड़ा

IAS Santhil Kumar, ईडी ने जब्त की थी सम्पत्ति

है. वह कोसी प्रमंडल के आयुक्त थे. लेकिन अब उन्हें गृह विभाग का सचिव बनाया गया है. सेंथिल, आमिर सुबहानी को रिपोर्ट करेंगे. क्योंकि सुबहानी गृहविभाग में बदस्तूर बने हुए हैं और सेंथिल से न सिर्फ दस साल सीनियर हैं बल्कि इस विभाग के वह अपर मुख्यसचिव भी हैं. सेंथिल कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे. ईडी उनकी सम्पत्ति जब्त की थी. अब सेंथिल इस मामले से उबर चुके बताये जाते हैं.

नीलेश देवड़े

नीलेश देवड़े एक यंग ब्यूरोक्रेट हैं. नौकरशाही और सियासत की आपसी रंजिशों और आंखमिचौनियों से उनका कम ही साबका पड़ा है.

Nilesh Deore IAS, मायूसी में शायरी का सहारा

फरवरी 2019 में उन्हें मधुबनी का डीएम बनाया गया था. वह मधुबनी की समृद्ध संस्कृति और पेंटिंग्स के मोह से इतने प्रभावित हो गये थे कि वहां से हटाया जाना उन्हें नागवार लगा. वह भी महज एक सला में. सो उन्होंने अपना दर्द शायराना अंदाज में ट्विटर पर बयाँ भी कर दिया. उन्होंने लिखा;-

फासले बढ़े तो गलतफहिमियां और बढ़ गयीं/ फिर उसने वह भी सुना जो मैंने कहा ही नहीं

नीलेश देवड़े मधुबनी से हटा कर सारण डीएम बना कर भेज दिये गये हैं.

पंकज कुमार

तिरहुत और सारण के आयुक्त पदों पर बएक वक्त सेवा देने वाले पंकज कुमार के लिए नया साल और सियासत के निये निजाम ने मायूस किया है. उन्हें पटना तलब कर लिया गया है और पिछड़ा वर्गर अतिपिछ़ा वर्ग कल्याण विभाग में पदस्थापित किया गया है.

सफीना एएन

पूर्णिया प्रमंडल की कमिशनर सफीना एएन को नया साल आधा खट्टा और आधा मीठा जैसा लगा होगा. उन्हें पटना बुला लिया गया है.

Safina AN; अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में नयी जिम्मेदारी

वह अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में बतौर सचिव सचिव, आमिर सुबहानी की जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगी. पटना आने की खुशी के साथ उन्हें इस बात का मलाल हो सकता है कि उन्हें एक ऐसे विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है जिसमें कुछ खास करने का अवसर नहीं है.

अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के रिटायर आइएएस अफसर एमए इबराहिमी ने सफीना को इस विभाग का सचिव बनाये जाने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा है कि वह पहली बार सचिव स्तर की अधिकारी बनी हैं. उनके पास काम करने की असीम संभावना है. वह एक कम्पीटेंट अफसर हैं और अच्छा काम कर सकती हैं.

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