जलवायु परिवर्तन की आसन्न चुनौतियों का सामना करने को प्रयासरत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरुकता अभियान चलाने पर बल देते हुये आज कहा कि पर्यावरण के प्रति सजग नहीं हुये तो न जल रहेगा और न जीवन।

श्री कुमार ने यहां जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित प्रस्तुतीकरण बैठक में कहा, “जल, जीवन, हरियाली के संबंध में हमलोगों की मौलिक अवधारणा है कि यदि हमलोग पर्यावरण के प्रति सजग नहीं हुये तो न जल रहेगा, न जीवन। जल और हरियाली रहेगी तभी जीवन संरक्षित रहेगा। इसके लिए हमलोगों को मिशन मोड में काम करना होगा। लोगों के बीच में इसके लिए अभियान चलाना होगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों की इसमें भागीदारी होगी, ऊपर के स्तर पर सभी दलों में इकाई का गठन किया जाएगा। अभियान के बेहतर संचालन के लिये एक कमेटी बनाकर काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के लिए काम करना होगा, वह भी पर्यावरण संरक्षण का हिस्सा है। तालाब के ऊपर सौर प्लेट लगाने के लिए काम किया जा रहा है यानी नीचे मछली पालन और ऊपर बिजली का उत्पादन।

जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बरसात के समय में गंगा नदी के जल को दक्षिण बिहार के जिलों में पाइप के माध्यम से पहुंचाने के संबंध में भी एक प्रस्तुतीकरण दिया। कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार ने सिंचाई पर कम निर्भरता वाली वैकल्पिक फसलों, ड्रिप इरिगेशन, जैविक खेती एवं अन्य तकनीक से कम वर्षापात की स्थिति में खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करने के लिए कार्य योजना की जानकारी दी।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त सुभाष शर्मा, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन अरुण कुमार सिंह, प्रधान सचिव भूमि एवं राजस्व सुधार ब्रजेश मेहरोत्रा, प्रधान सचिव कृषि सुधीर कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार उपस्थित थे।
इस दौरान वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, पशु मत्स्य संसाधन विभाग की सचिव एन. विजयालक्ष्मी, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविन्द कुमार चैधरी, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा एवं अनुपम कुमार, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी बाला मुरुगन डी., अपर सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय चंद्रशेखर सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत अन्य वरीय अधिकारीगण भी मौजूद रहे।

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