कोरोना काल के देवता को दिल्ली पुलिस ने लात मारी, देश में विरोध

ज्यादा दिन नहीं हुए, जब देश कोरोना से तबाह था। तब बड़े-बड़े लोग जिनसे हाथ जोड़कर ऑक्सीजन मांग रहे थे, आज उस ऑक्सीजन मैन को पुलिस ने उन्हें लात मारी।

कुमार अनिल

आप भूले नहीं होंगे, जब कोरोना की दूसरी लहर में हम और आप सभी ऑक्सीजन के लिए, दवा और अस्पताल में एक बेड पाने के लिए तरस रहे थे। तब इतने विशाल देश में जिस युवा ने देशभर में ऑक्सीजन के सिलिंडर पहुंचाए, दवाएं पहुंचाईं, बेड दिलाए आज उस युवा को दिल्ली पुलिस ने लात से पीटा। इसका वीडियो वायरल है। देशभर में हर वर्ग के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। यह हमारे देश के सबसे बड़े कोरोना वारियर का अपमान है।

कोरोना की दूसरी लहर से पहले बहुत कम लोग युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.वी. श्रीनिवास को जानते थे, लेकिन महामारी में जब लोग एक-एक सांस के लिए तड़प रहे थे, तब दिन-रात एक करके जिस शख्स ने लोगों को मदद पहुंचाई वे श्रीनिवास ही थे। अनेक लोगों ने तब धन्यवाद के शब्द कम होने पर उन्हें देवता कहा था। ईश्वर का दूत कह कर आभार जताया था। आज राजधानी दिल्ली की पुलिस ने उसी देवता स्वरूप युवा को लात से मारा। अपमानित किया।

श्रीनिवास दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में बीतर जाना चाहते थे। उनका दफ्तर है, लेकिन उन्हें उनके ही दफ्तर जाने से रोका गया। पुलिस ने महिला सांसदों तक को सड़क पर घसीटा। इसी दौरान श्रीनिवास को भी पुलिस ने पकड़ा और उठा कर ले जाने लगी, तभी एक पुलिस अधिकारी ने बूट से मारा। क्या यह पुलिस का व्यवहार है? देखिए वीडियो-

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा-जिस व्यक्ति ने जाने बचाई #Corona में, उस पर लात उठाया गया । सब याद रखा जाएगा !!! पत्रकार पुनीत कुमार सिंह ने लिखा-यह लात @srinivasiyc पर नहीं कोरोना में हजारों जिंदगी बचाने वाले के सीने पर मारी है। ये सरासर खुलेआम तानाशाही है, अत्याचार है, अनैतिक है, अमानवीय है, गैरकानूनी है, असंवैधानिक है, पुलिस का क्रूरतम कृत्य है, जिम्मेदारी व जबाबदेही उसकी बनती है जिसके आदेश पर दिल्ली पुलिस काम करती है।

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