कोविड पर राहुल ने जारी किया श्वेतपत्र, भाजपा के दिग्गज चुप क्यों

राहुल ने कहा, तीसरी लहर आनेवाली है। सरकार उसकी तैयारी करे। उन्होंने लंबा श्वेतपत्र जारी किया। इस बार राहुल पर पलटवार करने भाजपा के कोई दिग्गज नहीं आए।

आज राहुल गांधी ने एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कोविड पर श्वेतपत्र जारी किया। इसे कांग्रेस के रिसर्च ग्रुप ने तैयार किया है। राहुल ने कहा, श्वेतपत्र का मकसद केवल सरकार पर दोषारोपण करना नहीं है, बल्कि समय रहते सरकार को सुझाव देना है। पहली और दूसरी लहर से पहले सरकार ने कोई तैयारी नहीं की थी। अब पूरा देश जान रहा है कि तीसरी लहर आनेवाली है। मोदी सरकार के इसकी तैयारी करनी चाहिए।

राहुल गांधी ने पिछले साल फरवरी में ही कोरोना के बारे में केंद्र सरकार को सजग किया था, तब सरकार के कई मंत्रियों ने सामने आकर राहुल की आलोचना की थी। सोशल मीडिया पर उनका मजाक उड़ाया गया था। राहुल गांधी ने दूसरी लहर से पहले भी सरकार को चेताया था। अब तीसरी लहर से पहले भी चेताया, लेकिन खबर लिखे जाने तक भाजपा के बड़े नेताओं ने राहुल की आलोचना नहीं की है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर के ट्विटर हैंडल पर राहुल के श्वेतपत्र के बारे में कोई टिप्पणी नहीं है।

राहुल ने श्वेतपत्र जारी करते हुए कहा टीकाकरण को युद्धस्तर पर चलाने की जरूरत है। दूसरी वैक्सीन भी आवश्यक हो, तो सरकार खरीदे। दुनिया में एकमात्र भारत ही है, जहां लोग निजी अस्पतालों में वैक्सीन के लिए पैसे दे रहे हैं।

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आधारभूत संरचना का निर्माण होना चाहिए। इस दिशा में अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी लहर की गलतियों से सीखना चाहिए। प्रधानमंत्री के आंसू से नहीं, ऑक्सीजन से लोगों की जान बचेगी। उन्होंने कहा कि टीके की दो डोज के बीच का अंतराल वैज्ञानिक आधार पर नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से तय किया गया है।

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राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल से 4 लाख करोड़ रुपए पा रही है। इसका एक हिस्सा वह गरीबों पर, साथ ही जिनका रोजगार, जिनकी नौकरी चली गई है, उन्हें देकर मदद कर रहा है? ऐसा करने से अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।

By Editor