दीपंकर ने हड़काया, सम्मानजनक सीटें नहीं तो महागठबंधन में नहीं

जीतन राम मांझी के चले जाने के बाद भी महागठबंधन की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. अब वामदलों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर उन्हें सम्मानजनक सीटें नहीं मिलीं तो महागठबंधन से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ सकते है.

भाकपा- माले (CPI-ML) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि महागठबंधन से विधान सभा चुनाव में तालमेल की प्रकिया चल रही है, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर जो प्रस्ताव उनकी ओर से मिला है, वह 2015 विधानसभा चुनाव के आधार पर है और यह हमें मान्य नहीं है.

चुनावी झांसा:आधे-अधूरे ISBT का उद्घाटन करने को बेताब नीतीश

बता दें कि हाल ही में लेफ्ट (वामदल) के दो प्रमुख घटक CPI (Communist Party of India) और CPI-M (Communist Party of India-Marxist) महागठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके है. महागठबंधन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जैसी प्रमुख पार्टियां है. भाकपा माले ने भी महागठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ने की बात कही थी.

कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य एक बार फिर से चुने गए CPIML के महासचिव

दीपंकर ने कहा कि पार्टी ने 53 सीटों की सूची दी थी और पिछले तीन चुनाव से 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में सीट शेयरिंग पर अगर सम्मानजनक उम्मीदवारी नहीं दी जायेगी, तो हम अकेले चुनाव लड़ने को भी तैयार हैं, लेकिन पार्टी की विचार से कोई समझौता नहीं करेंगे.

भाकपा माले के महासचिव दीपंकर ने कहा कि हमारी बस यही मांग है कि लोकसभा चुनाव में हुए तालमेल को आधार माना जाये तभी हमें महागठबंधन में रहना मंज़ूर होगा। वरना हम भी अकेले चुनाव लड़ेंगे. जहां तक वाम दलों के आपसी सहयोग की बात है, हम तीनों साथ में चुनाव लड़ेंगे.

By Editor