दलित छात्र दर्शन को न्याय दिलाने के लिए 19 को देश में कैंडल मार्च

IIT मुंबई के दलित छात्र दर्शन को जातीय उत्पीड़ने के कारण आत्महत्या करनी पड़ी या हत्या हुई, पता नहीं। देश का मीडिया चुप है, अब पिता ने की मार्मिक अपील।

आईआईटी मुंबई के पहले वर्ष के छात्र दर्शन सोलंकी की मौत के बाद भी पूरा मीडिया चुप है। अखबारों में कहीं बड़ी खबर नहीं। अब दर्शन के पिता को खुद सामने आना पड़ा है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को जातिगत उत्पीड़न के कारण आत्महत्या करनी पड़ी या उसकी हत्या की गई इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि दर्शन को न्याय दिलाने के लिए 19 फरवरी को देशभर में कैंडल मार्च निकाला जाए।

गुजरात के युवा विधायक जिग्नेश मेवानी लगातार परिवार के संपर्क में हैं। उन्होंने दर्शन के पिता का वीडियो ट्वीट किया और 19 फरवरी को कैंडल मार्च आयोजित करने की अपील की। वीडियो में दर्शन सोलंकी के पिता कह रहे हैं कि उनका नाम रमेश सोलंकी है। वे दर्शन सोलंकी के पिता हैं। दर्शन ने जातीगत भेदभाव के कारण आत्महत्या की या उसकी जानबूझ कर हत्या की गई, इसके लिए न्यायिक जांच होनी चाहिए। वे चाहते हैं कि दर्शन को न्याय दिलाने के लिए 19 को शाम छह से सात के बीच कैंडल मार्च आयोजित करें। यह राजनीतिक कैंडल मार्च नहीं है, बल्कि सामाजिक कैंडल मार्च है।

सोशल मीडिया में #JusticeForDarshanSolanki के साथ लोग दर्शन सोलंकी को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठा रहे हैं। आंबेडकरवादी यू-ट्यूबर मुकेश मोहन ने साफ शब्दों में कहा-दर्शन सोलंकी की हत्या हुई, पूरा सिस्टम मौन दिखा। क्यों भाई? कई लोगों ने लिखा है कि इस प्रतिभावान युवा के लिए आवाज उठाना समय की मांग है। दर्शन ने बिना किसी कोचिंग के आईआईटी में प्रवेश पाने में सफलता हासिल की थी। नवनीत सोलंकी ने लिखा कि यह आत्महत्या नहीं है, बल्कि दर्शन की संस्थागत हत्या की गई है। कई अन्य लोगों ने लिखा कि देश का मीडिया चुप है, इसलिए वंचितों को खुद आगे आना होगा वर्ना पहले रोहित वेमुला अब दर्शन सोलंकी और कल कोई और..। इस दमनचक्र को रोकना ही होगा।

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By Editor