एमयू में 19938 से लगी मोहम्मद अली  जिन्नाह की तस्वीर को हटाने की मांग पर फजीहत झेल रहे संघ परिवार के समर्थन में अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी शामिल हो गये हैं. उन्होंने इस मामले में कहा कि जिन्नाह साम्प्रदायिक आग लगाने वालों क प्रतीक हैं.

जबकि भाजपा के वयोवृद्ध नेता लाल कृष्ण आडवाणी जिन्नाह की मजार पर पहुंच कर उन्हें सेक्युलर घोषित कर चुके हैंं.

अपने भड़काऊ और विवादित बयानों के लिए जाने जाने वाले गिरिराज सिंह ने देश विभाजन के गड़े मुर्दे को फिर से निकाल कर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करते हुए सिंह ने कहा कि जिन्नाह देश तोड़ने के प्रतीक हैं.

गौरतलब है कि समाज को तो़ड़ने वाले बयान देने का कोई अवसर नहीं चूकने वाले गिरिराज सिंह का एक विडियो वायरल हुआ था जिसमें वह हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ भड़का रहे हैं. इतना ही नहीं रामनवमी के अवसर पर यह गिरिराज सिंह ही थे जिन्होंने दरभंगा में एक व्यक्ति की हत्या को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी. उन्होंने उस व्यक्ति की हत्या का यह कारण बताने की कोशिश की थी कि उसकी हत्या इसलिए कर दी गयी क्योंकि उसने एक चौक का नाम नरेंद्र मोदी चौक रखा था. जबकि जांच में पता चला था कि उस व्यक्ति की हत्या किसी निजी विवाद के कारण हुई थी, जबकि नरेंद्र मोदी चौक के नामाकरण का मामला तीन साल पुराना था.

 

जिन्नाह प्रकरण में गिरिराज ने कहा कि जिन्ना की तस्वीर को लेकर देश में फैले विवाद का कारण कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां हैं. कांग्रेस और विपक्ष की पार्टियां देश का माहौल खराब कर रहे हैं. कभी वो जेएनयू में देश विरोधी नारा लगाते हैं, तो कभी आतंकवादी को उसे छुड़ाने के लिए आधी रात में कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं और कोर्ट को बैठाते हैं.

उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है और देश को विभाजित करने की साजिश चल रही है. जिन्ना के मामले में एएमयू में जो हंगामा हो रहा है उसके पीछे और कोई नहीं, बल्कि कांग्रेस और वहां की विपक्षी पार्टियां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी हैं.

याद रहे कि एमयू में जिन्नाह की तस्वीर उन्हें लाइफटाइम सदस्यता मिलने के समय यानी 1938 से लगी है इस बीच यूपी में भाजपा कई बार सरकार चला चुकी है और केंद्र में भी सरकार में रह चुकी है लेकिन कर्नाटक चुनाव के समय इस मुद्दे को तूल देने के पीछे उसकी साम्प्रदायिक मानसिकता की कड़ी निंदा हो रही है. इस विवाद को गिरिराज सिंह ने और हवा देने की कोशिश की है.

By Editor