हत्या से पहले अतीक ने लिखी थी चिट्ठी, चीफ जस्टिस को भेजी गई

अतीक अहमद व अशरफ दोनों को आभास था कि उनकी हत्या हो सकती है। हत्या से पहले अतीक ने एक पत्र लिखा था, वह पत्र चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को भेजा गया।

अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ दोनों को आभास था कि उनकी हत्या हो सकती है। हत्या से पहले अतीक ने एक पत्र लिखा था। वह पत्र यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजा गया है। पत्र बंद लिफाफे में हैं। अतीक के वकील विजय मिश्रा ने बताया कि पत्र में क्या लिखा है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पत्र लिखकर अतीक ने कहा था कि अगर उसकी हत्या हो जाती है, तो ये पत्र मुख्यमंत्री और चीफ जस्टिस को भेज दिया जाए। इसी के साथ कई अटकलें लगाई जा रही है। इस पत्र से हंगामा हो गया है। हत्या करने वाले तीन अपराधियों ने कहा था कि वे चर्चित होना चाहते हैं। इसलिए हत्या की। उन्होंने जश्रीराम के नारे भी लगाए ताकि खास वर्ग का समर्थन मिले। जबकि कई सवालों के जवाब अब तक यूपी पुलिस ने नहीं दिए हैं। तीनों अपराधी तीन जिलों के हैं। वे एकसाथ एक ही समय में एक ही मकसद से कैसे जमा हुए। उन्हें प्रतिबंधित हथियार किसने दिए। पुलिस की भूमिका पर भी सवाल हैं कि पर्याप्त सुरक्षा के बिना अतीक को मेडिकल चेकअप के लिए क्यों ले जाया गया। हत्या के वक्त पुलिस ने प्रतिवाद क्यों नहीं किया आदि। अब इस पत्र पर सबकी नजर लगी है। क्या किसी साजिश का पर्दाफाश होनेवाला है। अतीक की हत्या में किसी दूसरे माफिया का तो हाथ नहीं। इन सारे सवालों के उत्तर आने बाकी हैं।

पीटीआई की खबर के मुताबिक मंगलवार को अतीक का लिखा पत्र चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और मुख्यमंत्री, यूपी को भेजा गया। अतीक के वकील ने बताया कि अतीक ने पत्र लिखे थे और कहा था कि उनकी हत्या हो जाने की स्थिति में पत्र को इन्हें भेज दिया जाए।

मालूम हो कि पिछले शनिवार की रात साढ़े दस बजे पुलिस के घेरे के बीच तीन अपराधियों ने अतीक और उनके भाई अशरफ की गोली मार कर हत्या कर दी थी। हत्या की घटना टीवी चैनलों में लाइव आई थी। इस घटना पर योगी सरकार घिरी है कि किसी अभियुक्त की रक्षी की जिम्मेदारी पुलिस पर होती है, जिसमें वह यूपी पुलिस पूरी तरह विफल रही।

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