यह एक अनोखा मामला है. जो काम इस्लाम के बड़े आलिमों से होना मुश्किल था वह हिंदू धर्म त्याग कर मुसलमान बने युवक की लिखी किताब ने कर दिया. उसे पढ़ कर एक हिंदू यवती ने, न सिर्फ इस्लाम अपना लिया बल्कि मुस्लिम बने लेखक से निकाह भी कर लिया.

सांकेतिक फोटो
यह वाक्या बेगूसराय के सकरबासा गांव का है. गांव के राम बालक यादव के बेट अवध किशोर यादव ने इस्लाम से प्रभावित हो कर धर्म परिवर्तन कर लिया और अपना नाम अब्दुल्लाह रख लिया. फिर उन्होंने इस्लाम धर्म पर ‘सनातम धर्म’ नामक पुस्तक लिखी. इस पुस्तक को जमशेदपुर की  प्रीती नामक 20 वर्षीय युवती ने यह किताब पढ़ कर इतनी प्रभावित हुई कि वह लेखक से मिलने पहुंच गयी. फिर उसने भी इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया. और फिर दोनों ने निकाह कर लिया.
लेकिन जागरण डॉट कॉम समेत अन्य मीडिया की खबरों के मुताबिक  लड़की के पिता ने बेटी के अपहरण की एफआइआर दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस ने उन्‍हें पकड़ लिया।

। पुस्‍तक पढ़कर जमशेदपुर के सरायकेला खरशो के आरआइअटी थाना एरिया की निवासी प्रीति कुमारी काफी प्रभावित हुई.
प्रीति ने पुस्तक में छपे मोबाइल नंबर पर लेखक से संपर्क किया। धीरे-धीरे दोनो में प्‍यार हो गया। दोनों ने जमशेदपुर से भागकर इस्लामी रीति-रिवाज के अनुसार निकाह कर लिया।
निकाह के बाद पति मो. अब्दुल्लाह के साथ रह रही प्रीति को झारखंड पुलिस ने बरामद कर लिया। मो. अब्‍दुल्‍लाह को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

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