IAS की नौकरी से इस्तीफा दे कर सुर्खियां बटोरने वाले शाह फैसल की तारीफ कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने की है. उन्होंने एक स्टेटमेंट में कहा है कि वह एक योग्य और समर्पित अफसर रहे हैं. अगर वह मुझसे मिलते हैं औऱ राज्य की बेहतरी के लिए कुछ राय देते हैं तो उन्हें खुशी होगी.

IAS SHah Faisal resigns
कश्मीर में कत्ले आम पर IAS Topper काे इस्तीफे से हड़कम्प, चिदम्बरम ने इसे बताया मोदी के खिलाफ महाभियोग

मलिक ने हालांकि कहा कि वह एक योग्य अफसर के तौर पर राज्य के ज्यादा सेवा कर सकते थे और काफी सम्मान प्राप्त कर सकते थे.

मलिक ने कहा कि यह मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं कि मैं उन्हें यह राय दूं कि वह क्या करें. लेकिन यह अच्छी बात है कि वह कश्मीरी युवाओं के लिए अच्छा और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं.

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कश्मीर में कत्ले आम पर IAS Topper काे इस्तीफे से हड़कम्प, चिदम्बरम ने इसे बताया मोदी के खिलाफ महाभियोग

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गौरतलब है कि 2009 बैच के आईएएस टापर शाह फैसल ने नौकरी छोड़ कर राजनीति में आने की घोषणा की थी.

कश्मीर में कत्ले आम पर IAS Topper काे इस्तीफे से हड़कम्प, चिदम्बरम ने इसे बताया मोदी के खिलाफ महाभियोग. कश्मीर से भारत के पहले IAS Topper शाह फैसल द्वारा सिविल सेवा की नौकरी छोड़ने का मुद्दा सियासी सरगर्मी का कारण बन गया है.

शाह फैसल ने IAS की नौकरी छोड़ने के पीछे जिन कारणों को गिनाया है उनमें सबसे प्रमुख है ‘कश्मीरियों का कत्ले आम’ –Unabated killing in kashmir.

फैसल 2010 बैच के IAS Topper रहे हैं. उससे पहले उन्होंने अपना करियर डाक्टर के रूप में शुरू किया था.
 
शाह फैसल ने कश्मीर में हत्याओं का दौर खत्म ना होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और उनका इशारा था कि इसके लिए केंद्र सरकार की पालिसियां जिम्मेदार हैं.
 
 
फैसल के इस फैसले पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिद्मबरम ने गंभीर इश्यु बताते हुए भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि शाह फैसल के इस गुस्से और नाराजगी को दुनिया नोट करेगी. चिद्मबरम में ट्विट करते हुए कहा कि फैसल का इस्तीफा देना नरेंद्र मोदी सरकार पर एक महाभियोग है.

By Editor