IPS ने लिखा पत्र- मेरी जान को खतरा, अप्रिय घटना हो सकती है

IPS विकास वैभव ने गृह विभाग को पत्र लिखा है। कहा है कि वे कई महीनों से प्रताड़ित हो रहे। उनका विभाग में काम करना खतरे से खाली नहीं। तुरत करें तबादला।

बिहार के IPS विकास वैभव के एक फत्र से हंगामा हो गया है। उन्होंने गृह विभाग को पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि वे कई महीनों से प्रताड़ित हो किए जा रहे हैं। उनका उनके विभाग से तुरत तबादला किया जाए। इस विभाग में काम करना खतरे से खाली नहीं है। आईपीएस के इस पत्र की मुख्य बातें न्यूज एजेंसियों के जरिये सार्वजनिक हो गई हैं। आईपीएस ने जिस तरह की विभाग की स्थिति जाहिर की है, उससे राज्य सरकार की एक बार फिर किरकिरी होनी तय है।

आईपीएस विकास वैभव आईजी (होमगार्ड) के पद पर तैनात हैं। उसी विभाग में डीजी शोभा अहोतकर पर उन्होंने गंभार आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि डीजी अहोतकर ने उन्हें अपशब्द कहे हैं। अपनी भावना को उन्होंने ट्विटर के जरिये सार्वजनिक किया था। हालांकि बाद में अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया था, लेकिन मामले ने तूल पकड़ लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक को सामने आना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभाग की बात को पब्लिक करने की आलोचना की थी। इसके बाद विभाग से वैभव को नोटिस जारी किया गया था। अब जवाब में आईपीएस विकास वैभव ने कई नए आरोप लगा दिए हैं।

एक न्यूज एजेंसी के अनुसार IG विकास वैभव ने गृह विभाग को लिखा है। पत्र में लिखा है कि वे कई महीनों से प्रताड़ित हैं। वे और उनका परिवार मानसिक तौर पर बेहद परेशान है। उन्हें दूसरे विभाग में भेजा जाए। एकदिन भी काम करना खतरे से खाली नहीं। अप्रिय घटना भी मेरे साथ हो सकती है।

मालूम हो कि पुलिस महकमे में आईपीएस और आईजी स्तर के किसी अधिकारी ने ऐसा पत्र पहली बार लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी जान तक को खतरा बताया है।

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By Editor