जामिया अरबिया शमशुल उलूम, भेलवा में हाफिज मुकम्मल

मोहम्मद साबिर अली वल्दरोज मोहम्मद साकीन जुआफर थाना छौड़ादानों जामिया अरबिया शमशुल उलूम, भेलवा में तरबीयत के साथ पढ़ाई करके हाफिज बना।

नेक मोहम्मद

मोहम्मद साबिर अली वल्दरोज मोहम्मद साकीन जुआफर थाना छौड़ादानों जिला पूर्वी चंपारण जामिया अरबिया शमशुल उलूम, भेलवा में तरबीयत के साथ पढ़ाई करके हाफिज बना, जिसकी पगड़ी बांधकर दस्तारबंदी मदरसा के नाजीम कारी मोहम्मद मकसूद आलम और हेड मदरिस मौलाना सगीर अहमद कासमी और तमाम आए लोग के सामने किया गया। इस मदरसा में तरबीयत के साथ पढ़ाई कराई जाती है। इस इलाके के कमजोर लोग के बीच मदरसा कायम है। इस मदरसा में मोद्दरीस की तादाद सात है। तालिब ईल्म की कुल तादाद 230 बताई गई है जिसमें सभी को आधुनिक तरीके से तालीम दी जाती है। मौलाना मोहम्मद सगीर अहमद ने हाफिज ए कुरान का खास खूबियां बयान किया। मजलिस में शरीक मेहमान व गांव के लोगों ने दिल से कुरान हाफिज करने वाले बच्चे को दिल से मुबारकबाद दिया और मदरसा के दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की के लिए दुआ भी की। लोगों ने दुआ में सभी बच्चों को हाफिज बनने के लिए भी दुआ की।

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