‘मुल्ले काटे जायेंगे..’ नारे पर ओवैसी ने क्या कहा

‘मुल्ले काटे जायेंगे..’ नारे पर ओवैसी ने क्या कहा

दिल्ली के जंतर-मंतर पर साम्प्रदायिक आतंकियों द्वारा जब मुल्ले काटे जायेंगे राम राम चिल्लायेंगे के नारेबाजी के बावजूद केंद्र और पुलिस प्रशासन की खामोशी पर ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है.

आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन के (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि ऐसी भीड़ और ऐसे नारे देख कर भारत का मुसलमान सुरक्षित कैसे महसूस कर सकता है?

भाजपा के खिलाफ चिराग का बिगुल, किया जातीय जनगणना का समर्थन

औवैसी ने कहा है कि पिछले जुम्मे को द्वारका में हज हाउस के विरोध में एक ‘महापंचायत’ बुलाई गई। हस्ब-ए-रिवायत, इस पंचायत में भी मुसलमानों के खिलाफ़ पुर-तशद्दुद् नारे लगाए गए। जंतर मंतर मोदी के महल से महज़ 20 मिनट की दूरी पर है, कल वहाँ “जब मुल्ले काटे जाएंगे…” जैसे घटिया नारे लगाए गए।

क्या कहता है मंडल दिवस पर उमड़ा जनसैलाब

गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर करीब दो मिनट का विडियो वायरल हो रहा है. इस विडियो में बड़ी संख्या में लोग नारा लगा रहे हैं जब मुल्ले काटे जायेंगे हम राम राम चिल्लायेंगे. जब सुअर काटे जायेंगे हम राम राम चिल्लायेंगे.

ओवैसी ने कहा कि इस नारे से मुसलमानों में दहशत और खौफ है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पिछले साल मोदी के मंत्री ने “गोली मारो” का नारा लगाया था और उसके तुरंत बाद उत्तर-पूर्व दिल्ली में मुसलमानों का खुले आम नरसंहार हुआ।

ऐसी भीड़ और ऐसे नारे देख कर भारत का मुसलमान सुरक्षित कैसे महसूस कर सकता है?

ओवैसी ने कहा है कि आख़िर, इन गुंडों की बढ़ती हिम्मत का राज़ क्या है? इन्हें पता है कि मोदी सरकार इनके साथ खड़ी है।24 जुलाई को भारत सरकार ने रासुका (NSA) के तहत दिल्ली पुलिस को किसी भी इंसान को हिरासत में लेने का अधिकार दिया था। फिर भी दिल्ली पुलिस चुप चाप तमाशा देख रही है।

ऐसे हालात बन चुके हैं कि इंसाफ और क़ानूनी कार्रवाई की मांग करना भी मज़ाक बन चुका है। लोकसभा में आज इस पर चर्चा होनी चाहिए, वज़ीर-ए-दाखला की जवाबदेही होनी चाहिए। मैंने इस मुद्दे पर लोकसभा के रूल्स के मुताबिक़ स्थगन प्रस्ताव की नोटिस दी है।

By Editor