जाति गणना के खिलाफ भाजपा पर्दे में, कुशवाहा को विरोध में उतारा

जाति गणना के खिलाफ भाजपा पर्दे में, कुशवाहा को विरोध में उतारा

जाति गणना के खिलाफ भाजपा पर्दे में, कुशवाहा को विरोध में उतारा। कास्ट सेंसस के खिलाफ बिहार में पहला प्रदर्शन। गणना में फर्जीवाड़ा का आरोप।

बिहार में जाति गणना के खिलाफ सबसे मुखर भाजपा पर्दे के पीछे है। सामने उपेंद्र कुशवाहा और उनकी पार्टी रालोजद है। पटना में राष्ट्रीय लोक जनता दल के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जाति गणना के खिलाफ सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा आरोप लगाती रही है कि जाति गणना में फर्जीवाड़ा किया गया है। पिछले दिनों भाजपा के सांसद सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया था कि खास धर्म और खास जाति की संख्या ज्यादा दिखाने के लिए अतिपिछड़ों की संख्या कम कर दी गई। शनिवार को इसी आरोप के साथ उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया। कुशवाहा समर्थकों ने राजभवन मार्च किया।

हाल में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार दौरे में कहा था कि देश से क्षेत्रीय दल समाप्त हो जाएंगे। उसी भाजपा ने बिहार के एक क्षेत्रीय दल रालोजद को आगे कर जाति गणना का विरोध किया। हालांकि जाति गणना के विरोध में सड़क पर उतरने वाले कार्यकर्ता संख्या में ज्यादा नहीं थे, लेकिन इसका महत्व इसी बात को लेकर है कि जाति गणना की आंशिक रिपोर्ट जारी होने के 12 दिन पहली बार बिहार में विरोध सड़क पर दिखा है। जातियों की संख्या की जानकारी 2 अक्टूबर को सामने की गई थी। अब तक सोशल मीडिया और बयानों में ही विरोध किया जा रहा था, अब पहली बार सड़क पर विरोध दिखा है।

मालूम हो कि भाजपा जाति गणना के विरोध में रही है। संसद में सरकार जाति गणना कराने से इनकार कर चुकी है। भाजपा बिहार में भी जाति गणना पर सबसे अंत में तैयार हुई। उसके बाद कोर्ट के जरिये कास्ट सेंसस को रुकवाने का प्रयास किया गया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। वहां भारत सरकार के सॉलिसिटर जेनरल ने जाति गणना का विरोध किया। बाद में स्टैंड बदलते हुए विरोध से हाथ खींच लिया। जाति गणना की पहली रिपोर्ट जारी होने के दिन से ही भाजपा इसका विरोध करती रही है। अब भाजपा खुद तो पीछे है, लेकिन अपने सहयोगी दल के जरिये विरोध को हवा दे रही है।

उधर तेजस्वी यादव कह चुके हैं कि जिन्हें जाति गणना में गड़बड़ी लग रही है वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कह कर पूरे देश में जाति गणना करा लें। अब देखना है कि इस विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपा अगला कदम क्या उठाती है।

भुखमरी रैंकिंग में भारत 125 देशों में 111 वें स्थान पर