झारखंड और बंगाल में धर्म की राजनीति करती भाजपा फंसी

महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से परेशान भाजपा धरम की राजनीति में लोगों को उलझाना चाहती है, लेकिन झारखंड और बंगाल में वह खुद फंसती नजर आ रही है।

झारखंड में विधानसभा परिसर में नमाज रूम और बंगाल में दुर्गा पूजा पर खुद भाजपा फंस गई है।

बंगाल में पूरे चुनाव भर भाजपा ममता बनर्जी पर आरोप लगाती रही कि वह दुर्गा पूजा होने नहीं देती। अब वही भाजपा कह रही है कि ममता दुर्गा पूजा समितियों को क्यों सहूलियत दे रही हैं। ममता बनर्जी ने भाजपा के आरोप पर उसे दुहरा मापदंड वाली पार्टी कहा। चुनाव प्रचार में भाजपा कहती रही कि ममता दुर्गा पूजा नहीं करने देती, सरस्वती पूजा नहीं करने देती, अब जबकि उन्होंने दुर्गा पूजा समितियों से बात की, तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है।

मालूम हो कि 2011 से हर वर्ष ममता बनर्जी दुर्गा पूजा से पहले पूजा समितियों के साथ मीटिंग करती रही हैं। हर साल समितियों को मदद करती रही हैं। पिछले साल भी हर समिति को 50-50 हजार रुपए दिए गए थे। इस बार भी वैसा ही हुआ, लेकिन भाजपा ने चुनाव आयोग में लिखिति शिकायत की है कि ममता बनर्जी पूजा समितियों को क्यों मदद कर रही हैं। कल से सोशल मीडिया पर #BJPInsultsMaaDurga ट्रेंड कर रहा है। अब भाजपा की परेशानी बढ़ गई है।

उधर, झारखंड में भी भाजपा महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को छोड़कर धार्मिक मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उसने विधानसभा भवन में नमाज रूम बनाए जाने को राज्यस्तरीय मुद्दा बनाया। झारखंड विधानसभा के दो पूर्व अध्यक्षों ने नमाज रूम को मुद्दा बनाए जाने की आलोचना की है।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि वर्ष 2000 में बिहार से अलग होने के बाद बिहार विधानसभा की हर परंपरा, हर रूल्स को अपनाया गया। बिहार विधानसभा में मुस्लिम विधायकों के नमाज पढ़ने के लिए एक कमरा था। उसी के अनुरूप झारखंड में भी कमरा अलॉट किया गया। इस बीच झारखंड में कई सरकारें रहीं। भाजपा के विधानसभा अध्यक्ष भी रहे, तब भी मुस्लिम विधायकों के लिए नमाज कक्ष था, लेकिन तब किसी ने मुद्दा नहीं बनाया।

हाल में जब विधानसभा नए भवन में शिफ्ट हुआ, तो यहां भी एक कमरा नमाज के लिए अलॉट किया गया। अब अचानक भाजपा ने इसे मुद्दा बना दिया। मालूम हो कि नामधारी 2009 से पहले भाजपा में थे।

एक अन्य पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने कहा कि 11 वर्षों से नमाज रूम था, लेकिन अब अचानक भाजपा ने इसे मुद्दा बना दिया है। उसके पास जनता के वास्तविक मुद्दे नहीं हैं। भोक्ता ने कहा कि जब भाजपा के अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सरकारी आवास में मंदिर निर्माण कराया।

भाजपा की सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि हमारे देश की परंपरा रही है कि हर धर्म के लोग अपने रीति-रिवाजों को पूरा कर सकें, इसमें उन्हें सहयोग दिया जाए।

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By Editor