झुकी सरकार, सांसदों का निलंबन वापस, महंगाई पर शुरू हुई चर्चा

आखिर मोदी सरकार को झुकना पड़ा। लोकसभा से निलंबित कांग्रेस के चार सांसदों का निलंबन खत्म कर दिया गया है। लोकसभा में महंगाई पर शुरू हुई चर्चा।

सदन से सड़क तक महंगाई के खिलाफ विरोध के आगे सरकार को झुकना पड़ा है। महंगाई पर चर्चा की मांग कर रहे जिन चार कांग्रेसी सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था, आज उनका निलंबन भी वापस हो गया। कल तक सरकार के तल्ख तेवर थे। मंत्री कह रहे थे कि अगर सांसद माफी मांगते हैं, तो उनका निलंबन खत्म किया जाएगा, लेकिन आज सरकार झुकी और महंगाई पर चर्चा के लिए भी तैयार हो गई।

पिछले 12 दिनों से अड़ी सरकार आज ढीली पड़ गई। 18 जुलाई को मॉनसून सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष महंगाई, अग्निपथ जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा था। सरकार इसके लिए तैयार नहीं थी। यहां तक कि कांग्रेस के चार सांसदों को पूरे सत्र से निलंबित कर दिया गया। इसके बाद विपक्ष ने सड़क पर उतर कर भी विरोध जताया। राहुल गांधी के नेतृत्व में सारे कांग्रेसी सांसदों ने सड़क पर प्रदर्शन किया और गिरफ्तार हुए।लगता है अब सरकार को समझ में आया कि बहस नहीं कराने से जनता में गलत संदेश जा रहा है, तो आज केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने निलंबन वापस करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने स्वीकार कर लिया। सरकार महंगाी पर चर्चा को बी तैयार हो गई।

सरकार के इस तरह पीछे हटने को विपक्ष की सफलता के रूप में देखा जा रहा है। महंगाई पर चर्चा करते हुए झारखंड के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि श्रीलंका सहित सभी देशों में महंगाई है, इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में महंगाई नहीं बढ़ने दी।

इधर विपक्ष की रणनीति सरकार को फुरसत की सांस नहीं लेने देने की है। आज कांग्रेस ने गुजरात में बार-बार एक ही पोर्ट से ड्र्ग्स पकड़े जाने का सवाल भी उठा दिया। ईडी, सीबीआई के जरिये विपक्ष की आवाज दबाने का मुद्दा तो है ही। अब देखना है कि महंगाई और बेरोजगारी जैसे बड़े सवालों पर विपक्ष किस प्रकार मोदी सरकार को घेरता है।

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By Editor