जोकीहाट में टिकेट बेचने कि बदनामी से बची AIMIM

मौलाना अब्दुल्लाह सलीम चतुर्वेदी (बीच में)

असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की AIMIM (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) टिकेट बेचने की बदनामी से बच गयी है. पार्टी प्रमुख ओवैसी ने खुद मामले में हस्तक्षेप करते हुए बग़ावत पर उतारू उम्मेदवार को टिकट देने का भरोसा दिया.

दरअसल मौलाना अब्दुल्लाह सलीम चतुर्वेदी (Maulana Abdullah Salim Chaturvedi) अररिया जिले के जोकीहाट विधान सभा सीट से अपनी दावेदारी पेश कि थी वह AIMIM के कार्यकर्ता हैं एवं काफी समय से इलाके में राजनीति कर रहे हैं. पार्टी द्वारा टिकेट नहीं मिलने पर उन्होंने बगावती रूख अपना लिया और AIMIM पर एक करोड़ रूपए लेकर टिकेट बेचने का आरोप लगा दिया.

मौलाना चतुर्वेदी ने एक विडियो जारी किया जिसमे उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान और आदिल हसन आजाद पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि नेता शराब का इस्तेमाल भी करते हैं. इस विडियो के वायरल होने के बाद AIMIM के राष्ट्रीय नेतृत्व को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा.

इसके बाद पार्टी ने मुर्शिद आलम का जोकीहाट विधान सभा सीट से टिकेट रद्द कर दिया है.

मौलाना चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि मुसलामानों को AIMIM पर भरोसा है. पैसे लेकर टिकट बेचने पर मुस्लिम समुदाय सकते में है”. इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें टिकेट देने का भरोसा दिया.

बिहार कि राजनीति में तमाम पार्टियों पर पैसे लेकर टिकट बेचने के आरोप लगे हैं. ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी कि AIMIM पैसे लेकर टिकट बेचने कि बदनामी से बच गयी है.

By Editor