कब्रों से रामनामी छीने जाने पर हंगामा, प्रियंका ने जताया विरोध

यूपी की योगी सरकार ने सबको स्तब्ध कर दिया। गंगा किनारे रेत में दफन शवों पर से रामनामी चादर और चुनरी को खींच-खींचकर अलग कर दिया गया। प्रियंका का विरोध।

कुमार अनिल

आज यूपी की योगी सरकार के एक कदम से लोग स्तब्ध हैं। सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में गंगा किनारे रेत में दफन शवों के ऊपर से रामनामी चादर, चुनरी हटा दिया गया। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विट किया-जीते जी ढंग से इलाज नहीं मिला। कितनों को सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं मिला। सरकारी आंकड़ों में जगह नहीं मिली। अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है।

छवि चमकाने की चिंता में दुबली होती सरकार पाप करने पर उतारू है। ये कौन सा सफाई अभियान है? ये अनादर है-मृतक का, धर्म का, मानवता का।

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जनाब इसे ही कफन खसोटी कहते हैं।

सोशल मीडिया में कब्रों से रामनामी हटाने का जबरदस्त विरोध हो रहा है। कल ही यह खबर आई कि प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह के नेतृत्व में अगले साल होनेवाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक हुई। लोग पूछ रहे हैं कि क्या उस बैठक में यही निर्णय हुआ कि मर गए लोगों का कोई नाम-ओ-निशान मिटा देना है। क्या योगी सरकार रामनामी-चुनरी इसलिए हटा रही है, ताकि कोई मृतकों की सही-सही गिनती नहीं कर सके। युवा कांग्रेस के बी.वी. श्रीनिवास ने कहा- किन शब्दों में इन दृश्यों को बयां करू पता नही, लेकिन जो हो रहा है वो कोई धर्म इजाजत नही देता ये दुस्साहस मत कीजिये योगी जी, आज नही तो कल एक दिन सबकी बारी आनी है।

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स्कूली शिक्षक आज भी परेशान हैं। कोरोना से चुनाव ड्यूटी में 1621 शिक्षकों की मौत हुई, लेकिन सरकार यह मान ही नहीं रही। सरकार मानेगी नहीं, तो मुआवजा भी नहीं देगी।

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