कैमूर में ‘हिंदुस्तानियों’ ने नहीं, ‘विदेशियों’ ने लूट ली शराब

नीतीश कुमार ने गांधी का नाम लेकर झूठ परोस दिया। कहा, गांधी जी कहते थे कि शराब पीनेवाले हिंदुस्तानी नहीं हो सकते। नीतीश कैमूर के वासियों को विदेशी कहेंगे?

कश्मीरनामा, उसने गांधी को क्यों मारा जैसी अनेक पुस्तकों के लेखक अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि महात्मा गांधी शराब के विरोध में थे, पर उन्होंने कभी शराब पीनेवालों को भारतीय मानने से इनकार नहीं किया। अशोक पांडेय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के झूठ को पर्दाफाश करते हुए ट्वीट किया- गांधीजी शराब के ख़िलाफ़ थे, लेकिन वह इसे हिंदुस्तानी होने न होने से नहीं जोड़ते थे। गांधीजी तो आजीवन साम्प्रदायिकता के भी ख़िलाफ़ रहे। लेकिन सत्ता के लिए साम्प्रदायिक ताक़तों से हाथ मिलाने वाले नीतीश कुमार ने उनकी भाषा भी सीख ली है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल विधान परिषद में कहा था कि बापू शराब के खिलाफ थे। जो बापू की बात नहीं मानता, वह हिंदुस्तानी हो ही नहीं सकता। वह महापापी है, महाअयोग्य है। मुख्यमंत्री का यह बयान दरअसल शराबबंदी की विफलता से उपजी निराशा को ही दिखाता है, वरना वे शराब पीनेवाले को हिंदुस्तानी मानने से इनकार नहीं करते।

मुख्यमंत्री के इस दावे के 23 घंटे के भीतर कैमूर में शराब से लदा वाहन पलट गया। लोग दौड़े, तो देखा उसमें शराब थी। पिल लोगों ने शराब लूट ली। राजद ने इसका वीडियो जारी करते हुए लिखा-कैमूर जिले में दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी से शराब लूटते लोग! @NitishKumar चिल्ला रहे हैं कि ये लोग महापापी हैं, महा-अयोग्य हैं, काबिल या हिंदुस्तानी तो हो ही नहीं सकते ये! भारतीय तो बिल्कुल नहीं! नीतीश प्रवचन देते रहें पर कोई सुन भी रहा है? शासन प्रवचन से नहीं, कानून लागू करने से होता है! ये है वीडियो-

कैमूर में शराब लूट की घटना पहली नहीं है। पहले भी कई बार दुर्घटनाग्रस्त वाहनों से शराब की लूट हुई है। कल ही राजद ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें नेपाल से लगातार लाइन लगा कर लोग शराब तस्करी में लगे हैं। इसी तरह दूसरे राज्यों से जुड़नेवाली सड़कों से रोज शराब आती है, जिसमें कुछ पकड़ी भी जाती है।

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