मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिये पुलिस को और अधिक सर्तक रहने की जरूरत है। श्री कुमार ने पटना में कहा कि कानून व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिये पुलिस को लगातार सर्तक रहना होगा।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बिहार की पुलिस को तटस्थ रहकर अपनी जिम्मेवारी निभाने वाला माना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अपराध के ज्यादातर मामले भूमि विवाद और संपत्ति को लेकर आते हैं। भूमि विवाद के समाधान को प्राथमिकता देते हुये सप्ताह के निर्धारित एक दिन थाना प्रभारी, अंचलाधिकारी के स्तर से लेकर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक स्तर तक की बैठक नियमित हो। इसके लिये भी सर्तक रहने की जरूरत है। थाना स्तर पर अनुसंधान और विधि व्यवस्था के पृथक्करण से अनुसंधान कार्य में तेजी आयेगी।

श्री कुमार ने कहा कि समय पर अनुसंधान कार्य हो, ट्रायल हो और उसके बाद जल्द से जल्द दोषी को सजा मिलने से अपराध करने वाले के मन में भय पैदा होगा। अपराध को बढ़ावा देने वाले कोई भी हों, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिये। बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये मुख्यालय से ऊपर से नीचे स्तर तक के अनुसंधान कार्य एवं कानून व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में क्राइम के नेचर और क्राइम को चिह्नित किया गया है, उस पर विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस क्षेत्र में अधिक अपराध चिह्नित किये गये हैं, वहां के चिह्नित दोषी पदाधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिस थाना क्षेत्र में लगातार अपराध चिह्नित हुये हैं, वहां विशेष सर्तकता बरतने की जरूरत है और पुलिस मुख्यालय से भी नियमित अनुश्रवण की आवश्यकता है।
श्री कुमार ने कहा कि सड़क दुर्घटना को कम करने के लिये पहले ही परिवहन विभाग, पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग की बैठक की गयी है। इस संबंध में फिर से एक बार समीक्षा बैठक कर इसके लिये जरूरी उपाय किये जायें। उन्होंने कहा कि सड़क क्रासिंग वाली जगहों के पास फ्लाई ओवर बनाने का निर्देश भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चा चोरी जैसी अफवाह की घटनायें सामने आती हैं। अफवाह फैलाने वाले लोगों पर भी नजर रखें और लोगों को इसके बारे में सर्तक करते रहें।

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