करनाल : इंटरनेट बंद, जगह-जगह बैरिकेड, फिर भी जुटे किसान

हरियाणा के सीएम खट्टर का विधानसभा क्षेत्र करनाल में आज फिर हजारों किसान जुटे। पुलिस लाठीचार्ज, किसान की मौत के खिलाफ। IAS पर धारा 302 लगाने की मांग।

हरियाणा की भाजपा सरकार ने करनाल में किसानों की महापंचायत को रोकने, विफल करने के कई उपाय किए। इंटरनेट बंद कर दिया। सड़क पर जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए। बैरिकेड कम हो गए, तो पुलिस ने बड़े-बड़े ट्रकों से रास्ते को बंद कर दिया। पुलिस की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। लेकिन सरकार किसानों को नहीं रोक पाई। लाखों किसान जुटे।

यह वही करनाल है, जहां एक आईएएस एसडीएम ने पुलिसवालों से कहा था कि जो भी किसान सामने आए, उसका सिर फोड़ देना। ऊपर से आदेश है। इसके बाद पुलिस ने भयानक लाठीचार्ज किया था, जिसमें किसान सुशील काजल की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री खट्टर ने तब कहा था कि अधिकारी के शब्द ठीक नहीं थे, लेकिन कार्रवाई सही थी। इससे किसानों में और भी रोष फैल गया। बाद में खट्टर सरकार ने उस अधिकारी का तबादला कर दिया था।

आज किसानों ने एसडीएम पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग पर करनाल में पंचायत बुलाई, तो सरकार ने इजाजत नहीं दी और धारा 144 लगा दी। इंटरनेट बंद कर दिया। जगह-जगह बैरिकेड लगाए, लेकिन सरकार किसानों को रोक नहीं पाई।

जय किसान आंदोलन ने कहा-आज देश का किसान करनाल सरकार से यह पूछने आया है कि कौन सा ऐसा लोकतांत्रिक कानून है जो सरकार को किसानो पर जानलेवा हमला करने का अधिकार देता है? आज किसान सरकार से उनपर हुए दमन का जवाब मांगने आए है। है कोई जवाब खट्टर सरकार के पास? योगेंद्र यादव ने कहा-आज करनाल में किसान सरकार से पूछना चाहते हैं कि कौन सा कानून किसी का सिर फोड़ने की इजाजत देता है। सभा में राकेश टिकैत और गुरुनाम सिंह चढ़नूी भी पहुंच गए हैं।

एक सफल जीवन का अंत हुआ:एपी पाठक

By Editor