काशी करवत मंदिर के महंत बोले, वहां शिवलिंग नहीं, फव्वारा ही है

काशी करवत मंदिर के महंत ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग नहीं है। जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है, वह फव्वारा है। वे मस्जिद में सैकड़ों बार जा चुके हैं।

ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग होने का दावा करनेवाले संगठनों को आज बड़ा झटका लगा है। काशी करवत मंदिर के महंत गणेश शंकर उपाध्याय ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे में जो ‘शिवलिंग’ जैसी आकृति मिली है, वो शिवलिंग नहीं है, बल्कि फव्वारा ही है। उन्होंने यह भी कहा कि वे बचपन से देखते आए हैं। वे ज्ञानवापी मस्जिद में सैकड़ों बार जा चुके हैं।

यह भी ध्यान रहे कि काशी करवत मंदिर ज्ञानवापी मस्जिद के पीछे ही है। उन्होंने जोर देकर यह भी कहा कि वे मस्जिद और उसके भीतर के फव्वारे को पिछले 50 वर्षों से देखते आए हैं। उन्होंने कई मीडिया समूहों से बात करते हए यह दावा किया कि मस्जिद में शिवलिंग नहीं है, वह फव्वारा ही है। उन्होंने यह भी कहा कि भले ही वह देखने में शिव लिंग जैसा हो, लेकिन वे जानते हैं कि वह शिवलिंग नहीं, फव्वारा है।

काशी करवत मंदिर के महंत का इंटरव्यू वीडियो की शक्ल में भी सोशल मीडिया में छाया हुआ है। महंत ने मस्जिद के मौलवी और कर्मियों से भी बात की। उनका भी कहना है कि वह फव्वारा ही है। उनका यह भी कहना है कि जो वीडियो वायरल कराया गया, वह ऊपर से लिया गया था, इसीलिए किसी को शिवलिंग जैसा दिख सकता है। यह फव्वारा मुगल काल से वहीं स्थित है। महंत के वीडियो के सामने आने पर मस्जिद में शिवलिंग बातानेवाले महंत के दावे के खिलाफ खूब लिख रहे हैं।

इस वीडियो के सामने आने पर जहां शिवलिंग बतानेवाले नाराज दिख रहे हैं, वहीं फव्वारा कहनेवाले काशी करवत मंदिर के महंत के इंटरव्यू को सबूत की तरह कोर्ट में पेश करने की मांग कर रहे हैं। जो भी हो, लेकिन महंत के दावे के बाद विवाद में नया मोड़ आ गया है।

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By Editor