कुढ़नी : गठबंधन का दावा MIM की जमीन नहीं, टूटेगा BJP जनाधार

कुढ़नी के पेंचदार चुनावी संग्राम में जल्द ही बड़े योद्धा उतरनेवाले हैं। महागठबंधन मान रहा MIM की जमीन नहीं। वीआईपी प्रत्याशी तोड़ेंगे BJP का जनाधार।

मुजफ्फरपुर का कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र जल्द ही राजनीतिक घमासान का नया मंच बनने वाला है। यहां ओवैसी की पार्टी AIMIM तथा मुकेश सहनी की VIP ने संघर्ष को पेंचदार बना दिया है। महागठबंधन में शामिल राजद सूत्रों ने बताया कि कुढ़नी के मुस्लिम मतदाता राजद के साथ हैं। गोपालगंज में एमआईएम को वोट मिलने के स्थानीय कारण थे। शहाबुद्दीन फैक्टर के कारण कुछ वोट कटे। कुछ राजद प्रत्याशी की अपनी पंचायत के वोट भी कटे। लेकिन कुढ़नी की स्थिति भिन्न है।

महागठबंधन के दल मान कर चल रहे हैं कि कुढ़नी में एमआईएम का जनाधार नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह निश्चिंत है। राजद सूत्रों ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, मंत्री इसराइल मंसूरी सहित कई बड़े मुस्लिम नेता कुढ़नी जाएंगे। इनमें कई वहां कैंप करेंगे।

जदयू से मिली जानकारी के अनुसार विधानपरिषद के पूर्व उप सभापति सलीम परवेज तथा मंत्री जमा खान, कहकशां परवीन तथा कुछ और भी मुस्लिम नेता कुढ़नी जा सकते हैं। जदयू का सांगठनिक चुनाव चल रहा है। गुरुवार को प्रखंड अध्यक्षों का चुनाव संपन्न हो जाएगा। इसके बाद जल्द ही कुढ़नी में कैंप करने वाले नेताओं के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। माना जा रहा है कि 21 नवंबर को नाम वापसी के बाद जदयू-राजद अपने स्टार प्रचारकों के नाम घोषित कर देंगे।

कुढ़नी : VIP के भूमिहार, MIM के मुस्लिम, किसे लाभ किसे नुकसान

महागठबंधन के नेताओं का मानना है कि वीआईपी प्रत्याशी नीलाभ कुमार भाजपा को ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे। उनके दादा साधु शरण शाही कई बार विधायक रहे। नीलाभ न सिर्फ प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं, बल्कि स्थानीय राजनीति में सक्रिय भी रहे हैं। इसलिए माना जा रहा है कि वे भूमिहार वोट पाने में एक हद तक सफल रहेंगे।

इधर, राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि कुढ़नी में महागठबंधन के जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा की जीत पक्की करने के लिए राजद कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

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