ललन सिंह खुद बने उमेश कुशवाहा के प्रस्तावक, नहीं आए उपेंद्र

जदयू प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए सिर्फ उमेश कुशवाहा ने नामांकन किया। ललन सिंह खुद बने प्रस्तावक। नामांकन में कई नेता रहे, नहीं आए उपेंद्र कुशवाहा।

ऐसा कम ही होता है कि किसी दल के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी प्रत्याशी के लिए प्रस्तावक बनें। शनिवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन की तिथि थी। एकमात्र नामांकन उमेश कुशवाहा ने किया। प्रदेश अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के लिए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह प्रस्तावक बने। एकमात्र प्रस्तावक होने के कारण उमेश कुशवाहा का प्रदेश अध्यक्ष बनना तय है। कल प्रदेश परिषद की बैठक है, जिसमें औपचारिक घोषणा होगी। सबसे खास बात यह है कि उमेश कुशवाहा के नामांकन में राज्य के तमाम प्रमुख नेता उपस्थित थे, लेकिन संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा नहीं आए।

इससे पहले अगस्त में जब महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था, उसमें भी उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं थे। वे दिल्ली चले गए थे। तब उन्होंने कहा था कि पारिवारिक कारणों से उनका दिल्ली जाने का कार्यक्रम पहले से तय था। अब देखना है, इस बार वे क्या कहते हैं। उपेंद्र कुशवाहा राज्य में सद्भावना बचाओ-संविधान बचाओ यात्रा कर रहे हैं। वे कई जिलों में कार्यक्रम कर चुके हैं।

राज्य निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल करते समय विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद अफाक अहमद, विधान पार्षद खालिद अनवर, विधायक निरंजन मेहता, महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह, चंदन कुमार सिंह एवं लोक प्रकाश सिंह, प्रदेश सचिव सह मुख्यालय प्रभारी वासुदेव कुशवाहा, प्रवक्ता परिमल कुमार, अभिषेक झा, अंजुम आरा तथा आनुप्रिया, श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ई0 रामचरित्र प्रसाद, शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डा0 अमरदीप सहित बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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By Editor