विशेष न्यायालय द्वारा चारा घोटाले में लालू प्रसाद को दोषी और जगन्ननात मिश्रा को निर्दोष करार दिये जाने के बाद लालू,तेजस्वी,मीसा व तेज प्रताप यादव के बयान पर कोहराम मच गया है.
 लालू ने कहा है कि  मार्टिन लूतर किंग, बाबा साहब, नेलशन मंडे  ला अगर अपने प्रयासों में असफल हो गये होते तो इतिहास उन्हें खलनायक के रूप में सुलूक करता. पक्षपातियों, रेसिस्टों और जातिवादियों के लिए वे अब भी खलनायक हैं और ऐसे लोगों से किसी और तरह की अपेक्षा नहीं की जा सकती.

लालू ने ट्विट कर कहा कि  शक्तिशाली लोग और शक्तिसम्पन्न वर्ग हमेशा समाज को शासक वर्ग और शासित वर्ग में बांटता रहे हैं. और जब कभी कोई निचले तबका से निकल कर उनकी नाइंसाफियों को चुनौती देता है उन्हें जानबूझ कर सजा दी जाती है.

लालू ने एक अन्य ट्विट में कहा कि धूर्त भाजपा अपनी जुमलेबाज़ी व कारगुज़ारियों को छुपाने और वोट प्राप्त करने के लिए विपक्षियों का पब्लिक पर्सेप्शन बिगाड़ने के लिए राजनीति में अनैतिक और द्वेष की भावना से ग्रस्त गंदा खेल खेलती है।

इसी घटनाक्रम पर तेजस्वी ने एक स्लोगन में अपनी बात रखी है. तेजस्वी ने कहा है सत्ता तेरा ज़ुल्म बहुत, तो हमारी भी तैयारी है। लालू जी के साथ खड़ा एक-एक बिहारी है

 

राजद सांसद और लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती ने कहा कि  अगर लालू का क्रांतिकारी जन उत्थान वाला कार्यकाल नहीं होता तो ना नीतीश कभी CM बनता और ना कभी मांझी! ना पासवान CM पद के दावेदार होते और ना उपेंद्र कुशवाहा! यही मनुवादियों की सबसे बड़ी पीड़ा है और इसीलिए चारा घोटाला में बिना सीधे सबूतों के दोषी करार होते हैं!

जबकि तेजप्रताप ने लालू को फंसाये जाने पर भाजपा को ललकारते हुए जातिवादी सिस्टम पर प्रहार किया और कहा तेज प्रताप ने कहा- काश लालू प्रसाद “यादव” भी लालू प्रसाद “मिश्रा” होते।।

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