आज दिन भर राजद सुप्रीमो लालू यादव के जेल जाने से पहले उनके दो सेवक द्वारा एक मामूली मारपीट के मामले में रांची के बिरसा मुंडा जेल पहुंचने की बात से बिहार का सियासी पारा गर्म रहा है. इस मुद्दे पर उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी लालू प्रसाद पर निशाना साधा और उनपर गरीबों की हकमारी का आरोप लगाया. मगर देर रात लालू प्रसाद के ट्विटर हैंडल से अपने विरोधियों के लिए जवाब आ गया.

नौकरशाही डेस्‍क

सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा कि लालू प्रसाद ने पहले गरीबों की हकमारी की और अब जेल में सजा काटने के लिए भी उन्हें गरीब के बेटों की सेवा चाहिए. गरीबों को धोखा देकर मुख्यमंत्री बनने वाले लालू प्रसाद ने गरीबों के लिए सड़क,बिजली, पानी, पढ़ाई-लिखाई-दवाई और रोजी-रोटी का इंतजाम तो नहीं किया. लेकिन अपनी सात पीढ़ियों के लिए सम्पत्ति जुटाने के लिए घोटाले अवश्य शुरू कर दिये. उनके शासन में चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला और बीएड डिग्री घोटाला बिहार की बदनामी का कारण बना था.

इसके जवाब में लालू प्रसाद के ट्विटर हैंडिल से उनके चिर – परिचित अंदाज में ट्विट किया गया कि ‘ अंधेरों को चीर कर सूरज की तरह निकलता है. लालू सच के लिए लड़ता है. सर उठा कर ही चलता है. वहीं, इससे पहले भी सोमवार को लालू के ट्विटर अकाउंट से विरोधियों को ललकारते हुए एक पोस्‍ट किया गया था कि झूठ अगर शोर करेगा तो लालू भी पुरज़ोर लड़ेगा. मर्ज़ी जितने षड्यंत्र रचो, लालू तो जीत की ओर बढ़ेगा. अब, इंकार करो चाहे अपनी रज़ा दो, साज़िशों के अंबार लगा दो. जनता की लड़ाई लड़ते हुए लालू तो बोलेगा, चाहे जो सजा दो.

 

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